19 साल के वक्त लेकर इस बहुमूल्य मंदिर का निर्माण किया गया है, इसी गुरु श्री हरगोविंद जी का घर भी बताया जाता है

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर अपनी कला और शिल्प कला के लिए केवल देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध है

स्वर्ण मंदिर का इतिहास 400 साल से भी ज्यादा पुराना है बताया जाता है

स्वर्ण मंदिर की वास्तुकला मुगल और भारतीय वास्तुकला की मिश्रित हैं

 स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियां ऊपर की तरफ नहीं बल्कि नीचे की तरफ जाती है जो कि मनुष्य को नीचे की तरफ झुकना सिखाती है