हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आप की नई पोस्ट में इसमें हम बात करने वाले हैं ऊपरी सुबनसिरी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों के बारे में, वैसे तो ऊपरी सुबनसिरी में घूमने लायक बहुत सी जगह है लेकिन आज हम केवल यहां के प्रसिद्ध जगहों के बारे में बात करने वाले हैं साथ ही इसी लेख में हम यहां का स्थानीय खान पान के बारे में भी बात करने वाले हैं
ऊपरी सुबनसिरी की वेशभूषा पहनावा एक सामान्य रूप की हैं एक पहाड़ी राज्य होने के कारण यहां के लोग अपनी संस्कृति और रीति रिवाज के हिसाब से ही वस्त्र धारण किया करते हैं इसलिए यह एक अलग ही संस्कृति देखने को मिलती हैं अरुणाचल प्रदेश में महिलाएं और पुरुषों का पहना एक विशिष्ट प्रकार का है सामान्य दिनचर्या में वहां के लोग यहां के पुरुषों का पहनावा एक लूंगी और एक झबला नुमा वस्त्र होता है जो कि उसे वह कमर से ऊपरी भाग पर पहना करते हैं इसके अलावा यहां के लोग वर्ष के महोत्सव और उत्सव पर पूरे अपने वेशभूषा में आते हैं और इसी के साथ ही वहां अपने आकर्षण आभूषणों के साथ सजे धजे होते हैं जिससे वह पूरी तरह ऊपरी सुबनसिरी की निवासी लगते हैं
जिस प्रकार से ऊपरी सुबनसिरी की संस्कृति और पहनाव खास है ठीक इसी प्रकार से यहां के खाने के व्यंजनों का स्वाद भी अपने आप में कम प्रसिद्ध नहीं है यहां पर जो भोजन का प्रयोग किया जाता है कुछ स्वदेशी और कुछ विदेशी होता है यहां के स्थानीय सामग्री का स्वाद ही कुछ अलग है यहां पर दिन की शुरुआत एक स्वादिष्ट खाने के साथ होती है जिसमें वह खोरा और पोचा का इस्तेमाल किया करते हैं चावल यहां की भोजनों के ब्यंजनो में मुख्य अंग है इसके बिना सभी व्यंजन अधूरे हैं और यहां के चावल भी काफी स्वादिष्ट होते हैं क्योंकि उन्हें एक अलग ही विधि द्वारा पकड़ा जाता है और खुल्लम संस्करण चावल बनाने का एक प्रचलित तरीका है दिन के खाने में यहां पर करी अंडा दाल तड़का और चावल के साथ साथ पीका पीला और थूपका खाना काफी स्वादिष्ट और प्रसिद्ध भी हैं रात्रि के भोजन में यहां पर रोटी सब्जी के अलावा वह वूंग वूत नगम, पिहक ,पाशा और नेक टॉक आदि व्यंजन सम्मिलित हैं
मेंगा मंदिर – मेंगा गुफा मंदिर चित्र के प्रसिद्ध लोकप्रिय मंदिरों में से एक है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है मंदिर में प्रवेश का मार्ग काफी एडवेंचर माना जाता है क्योंकि यह 2 सुरंगों वाली एक चट्टानी गुफा हैं जिस के रास्ते बहुत ही सकरे है वैसे तो आमतौर पर इस मंदिर में पर्यटकों का आवागमन लगा रहता है लेकिन खासतौर पर शिवरात्रि के अवसर पर यहां पर अधिकांश लोग विजिट करते हैं इसका कारण है कि यह आसपास के क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में भी जाना जाता है इसके चारों तरफ आपको खूबसूरत पहाड़ देखने को मिल जाते हैं
टाकिसंग – यह उन जगह में से एक है जहां पर यात्रा करना ऊपरी सुबनसिरी आए हर एक पर्यटक का होता है यदि आपको बर्फ देखने का शौक है या आपको स्नो और स्नो स्पोर्ट्स मैं रूचि रखते हैं तो टाकिसंग आपके लिए एक अच्छा यात्रा विकल्प होने वाला है यहां आकर आप न केवल अपने स्नो देखने के शौक को पूरा कर सकते हैं बल्कि यदि आपको रिवर राफ्टिंग मछली पकड़ना और ट्रैकिंग जैसे साहसिक खेलों में रुचि रखते हैं तो आपको एक ना एक बार टाकिसंग मैं यात्रा करने का प्लान जरूर बनाना चाहिए परी प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण यह जगह पहाड़ में बसी चट्टानों की एक चोटी है
कमला आरक्षित वन – प्रकृति से प्रेम करने वाले व्यक्ति जहां भी जाते हैं वह सुकून देने वाली जगह को जरूर ढूंढते हैं और दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं ऊपरी सुबनसिरी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल कमला आरक्षित वन के बारे में, वैसे तो यह जगह आमतौर पर साहसिक खेल और ट्रेकिंग के लिए जानी जाती है लेकिन आप लोग इस आरक्षित वन में पधार कर न केवल इंजॉय कर सकते हैं बल्कि आपको दो पर यदि शांति से बैठ ना हो तो आप यहां आसानी से बिता सकते हैं पक्षियों की मधुर चेह चाहट की आवाज आपको उसको उनके पल बिताने में मदद करेगी, इसके अलावा यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के वनस्पति पेड़ पौधे देखने को मिल जाते हैं जंगली जानवरों की दुर्लभ प्रजातियां यहां पर अपना डेरा डाले बैठी रहती हैं,
दोस्तों ऊपरी सुबनसिरी की यात्रा के उपरांत आपके यहां के दार्शनिक स्थलों की सैर करने के बावजूद भी हम आपको कुछ ऐसे कीजिए बता रहे हैं जिन्हें अपनी यात्रा के दौरान कर सकते हैं और हो सकता है यह चीजें करने में भी काफी सस्ती और सरल भी हो
- बाइक सवार
- कैंपिंग
- क्लाइंबिंग
- एडवेंचर
- स्नो स्पोर्ट्स
- पैराग्लाइडिंग
- घुड़सवारी
- वोटिंग
दोस्तों अभी तक हम ऊपरी सुबनसिरी के बारे में जान चुके हैं और वहां के पर्यटक स्थल के बारे में भी जान चुके हैं अब हम यह भी देखेंगे कि यदि हम ऊपरी सुबनसिरी में घूमने के लिए जाते हैं तो वहां घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा होगा , यात्रा का जो सबसे अच्छा समय माना जाता है वह होता है जब सभी लोगों की छुट्टियां होती है यानी कि यदि आप अपने दोस्तों के साथ आना चाहते हैं या परिवार के साथ तो छुट्टियां हो ना जरूरी है चाहे वह स्कूल से हो या नौकरी और बिजनेस से, छुट्टियां प्लान करने के बावजूद यदि बात की जाए सबसे अच्छे समय की तो ऊपरी सुबनसिरी में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है सितंबर से फरवरी के बीच दोस्तों यह वह समय होता है जब यहां आपको ठंडा मौसम मिलेगा यदि आपको बर्फ देखनी है तो आप दिसंबर जनवरी में जाकर यात्रा कर सकते हैं और यदि आपको यहां के पर्यटक स्थलों का आनंद अच्छे मौसम में खुल कर लेना है तो आप यहां सितंबर के बाद कभी भी आ सकते हैं,
दोस्तों यात्रा के दौरान आपको ऊपरी सुबनसिरी में कुछ दिन रुकना पड़ सकता है इसलिए हम आपकी सुविधा के लिए कुछ ऐसे होटल बता रहे हैं जो आपके बजट में हो सकते हैं और इन्हें आप ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं उनमें मैं आपको सभी प्रकार की सुविधाएं मिल जाएगी और इन होटलों में रहकर आप ऊपरी सुबनसिरी के स्थानीय खानपान का आनंद लेना बिल्कुल भी ना भूलें,
- मेल बॉटम टूरिस्ट लॉज
- सर्किट हाउस
- सिंधिक होटल
- होटल टोली