हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आप की नई पोस्ट में इसमें हम बात करने वाले हैं तवांग के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों के बारे में, वैसे तो तवांग में घूमने लायक बहुत सी जगह है लेकिन आज हम केवल यहां के प्रसिद्ध जगहों के बारे में बात करने वाले हैं साथ ही इसी लेख में हम यहां का स्थानीय खान पान के बारे में भी बात करने वाले हैं
तवांग भारत की प्रसिद्ध राज्य अरुणाचल प्रदेश का एक जाना माना जिला और एक मुख्यालय है समुद्र तल से 3048 मीटर की ऊंचाई पर स्थित तवांग जिल्ला प्राकृतिक सुंदरता और अपने रीति-रिवाजों के लिए काफी प्रसिद्ध है इसी कारण यह अरुणाचल प्रदेश के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थलों में से एक है जिले में मुख्य रूप से स्थानीय भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा का भी वार्तालाप के रूप में प्रयोग किया जाता है और यहां के लोगों का आय का मुख्य साधन कृषि है कृषि के द्वारा ही लोग अपनी आजीविका उत्पन्न किया करते हैं
तवांग की वेशभूषा पहनावा एक सामान्य रूप की हैं एक पहाड़ी राज्य होने के कारण यहां के लोग अपनी संस्कृति और रीति रिवाज के हिसाब से ही वस्त्र धारण किया करते हैं इसलिए यह एक अलग ही संस्कृति देखने को मिलती हैं अरुणाचल प्रदेश में महिलाएं और पुरुषों का पहना एक विशिष्ट प्रकार का है सामान्य दिनचर्या में वहां के लोग यहां के पुरुषों का पहनावा एक लूंगी और एक झबला नुमा वस्त्र होता है जो कि उसे वह कमर से ऊपरी भाग पर पहना करते हैं इसके अलावा यहां के लोग वर्ष के महोत्सव और उत्सव पर पूरे अपने वेशभूषा में आते हैं और इसी के साथ ही वहां अपने आकर्षण आभूषणों के साथ सजे धजे होते हैं जिससे वह पूरी तरह तवांग की निवासी लगते हैं
जिस प्रकार से तवांग की संस्कृति और पहनाव खास है ठीक इसी प्रकार से यहां के खाने के व्यंजनों का स्वाद भी अपने आप में कम प्रसिद्ध नहीं है यहां पर जो भोजन का प्रयोग किया जाता है कुछ स्वदेशी और कुछ विदेशी होता है यहां के स्थानीय सामग्री का स्वाद ही कुछ अलग है यहां पर दिन की शुरुआत एक स्वादिष्ट खाने के साथ होती है जिसमें वह खोरा और पोचा का इस्तेमाल किया करते हैं चावल यहां की भोजनों के ब्यंजनो में मुख्य अंग है इसके बिना सभी व्यंजन अधूरे हैं और यहां के चावल भी काफी स्वादिष्ट होते हैं क्योंकि उन्हें एक अलग ही विधि द्वारा पकड़ा जाता है और खुल्लम संस्करण चावल बनाने का एक प्रचलित तरीका है दिन के खाने में यहां पर करी अंडा दाल तड़का और चावल के साथ साथ पीका पीला और थूपका खाना काफी स्वादिष्ट और प्रसिद्ध भी हैं रात्रि के भोजन में यहां पर रोटी सब्जी के अलावा वह वूंग वूत नगम, पिहक ,पाशा और नेक टॉक आदि व्यंजन सम्मिलित हैं
- तख्तसांग गोंप
- सेला दर्रा
- नूरनांग जल प्रताप
- तवांग युद्ध स्मारक
- थिंगबू हॉट स्प्रिंग
- उर्गेलिंग मठ
सेला दर्रा – सेला दर्रा जिसे आमतौर पर तवांग का प्रवेश द्वार के रूप में भी जाना जाता है प्रकृति प्रेमी और साहसिक खेल के इच्छुक पर्यटकों के लिए यह एक अच्छा यात्रा स्थल है समुद्र तल से 13700 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह खूबसूरत दर्रा यहां आए हर साल हजारों लोगों को आकर्षित करती हैं यदि आपको स्नो और स्नोफॉल देखने का शौक है तो वह यह खूबसूरत जगह बिल्कुल आपके लिए बनी हुई है आप नवंबर दिसंबर में आता है यहां बर्फ देख सकते हैं कौन इस खूबसूरत जगह नहीं फोटो खिंचवाने का आनंद ले सकते हैं
थिंगबू हॉट स्प्रिंग – प्राकृतिक गर्म पानी का यह खूबसूरत सा झरना तवांग के थिंगबू गांव के समीप स्थित है तवांग के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल मैं से एक खूबसूरत झील अपने आसपास की सुंदर नजारों और मनमोहक दृश्य के लिए प्रसिद्ध है अपनी औषधीय गुणों से भरपूर इस झील का गरम पानी मैं नहा कर आप ठंडियों के समय में आनंद के दो पल बिता सकते हैं
उर्गेलिंग मठ – अपनी खूबसूरत बनावट और वास्तु कला से निर्मित यह मठ तवांग के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल के रूप में काफी प्रसिद्ध है उर्गेलिंग मठ को दलाई लामा का जन्म स्थान माना जाता है खूबसूरत हसीन वादियों के बीच में स्थिति है मठ अपने शांत और स्वच्छ वातावरण के लिए जाना जाता है 400 साल से भी अधिक पुराना यह गोंपा आज भी पर्यटकों का आकर्षक स्थल बना हुआ है
दोस्तों तवांग की यात्रा के उपरांत आपके यहां के दार्शनिक स्थलों की सैर करने के बावजूद भी हम आपको कुछ ऐसे कीजिए बता रहे हैं जिन्हें अपनी यात्रा के दौरान कर सकते हैं और हो सकता है यह चीजें करने में भी काफी सस्ती और सरल भी हो सकती हैं और आपको एक बात और बता दें कि यह सारी गतिविधियां समय के अनुकूल परिवर्तित होती रहती हैं
- बाइक सवार
- कैंपिंग
- क्लाइंबिंग
- एडवेंचर
- स्नो स्पोर्ट्स
- पैराग्लाइडिंग
- घुड़सवारी
दोस्तों अभी तक हम तवांग के बारे में जान चुके हैं और वहां के पर्यटक स्थल के बारे में भी जान चुके हैं अब हम यह भी देखेंगे कि यदि हम तवांग में घूमने के लिए जाते हैं तो वहां घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा होगा , यात्रा का जो सबसे अच्छा समय माना जाता है वह होता है जब सभी लोगों की छुट्टियां होती है यानी कि यदि आप अपने दोस्तों के साथ आना चाहते हैं या परिवार के साथ तो छुट्टियां हो ना जरूरी है चाहे वह स्कूल से हो या नौकरी और बिजनेस से, छुट्टियां प्लान करने के बावजूद यदि बात की जाए सबसे अच्छे समय की तो तवांग में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है सितंबर से फरवरी के बीच दोस्तों यह वह समय होता है जब यहां आपको ठंडा मौसम मिलेगा यदि आपको बर्फ देखनी है तो आप दिसंबर जनवरी में जाकर यात्रा कर सकते हैं और यदि आपको यहां के पर्यटक स्थलों का आनंद अच्छे मौसम में खुल कर लेना है तो आप यहां सितंबर के बाद कभी भी आ सकते हैं,
दोस्तों यात्रा के दौरान आपको तवांग में कुछ दिन रुकना पड़ सकता है इसलिए हम आपकी सुविधा के लिए कुछ ऐसे होटल बता रहे हैं जो आपके बजट में हो सकते हैं और इन्हें आप ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं उनमें मैं आपको सभी प्रकार की सुविधाएं मिल जाएगी और इन होटलों में रहकर आप तवांग के स्थानीय खानपान का आनंद लेना बिल्कुल भी ना भूलें,
- डोंड्रब होमस्टे
- होटल तवांग सेंटर प्वाइंट
- होटल यूल पेमाखारी
- होटल यांगजोम