सनी मंदिर एक ऐसा शब्द है जिसको सुनते ही हमारी आंखों में सोने से बनी एक खूबसूरत मंदिर की छवि अपने आप ही उभर कर आ जाती हैं स्वर्ण मंदिर भारत के पंजाब राज्य के अमृतसर शहर में बसा एक सोने से निर्मित एक मंदिर है जो कि धर्या वालवियों का पावन और धार्मिक स्थल है जिसकी स्थापना सन 1585 से 1604 के मध्य की गई यानी कि पूरे 19 साल के वक्त लेकर इस बहुमूल्य मंदिर का निर्माण किया गया है, इसी गुरु श्री हरगोविंद जी का घर भी बताया जाता है वही कहा जाता है यह गुरुद्वार सिर्फ सौंदर्य की अनूठी मिसाल हैं इसका नक्शा गुरु अर्जुन देव जी ने खुद ही तैयार किया था सुनने मंदिर में प्रवेश के लिए चारों तरफ चारों दिशाओं में चार द्वार हैं इनमें से एक द्वार गुरु रामदास सराय का है और इस सराय में आपको विश्राम स्थल देखने को मिलेगा, जहां 24 घंटे लंगर चलता रहता है स्वर्ण मंदिर सरोवर के बीच में मानव द्वारा निर्मित के गए हैं इस पूरे मंदिर में आपको सोने की परत चढ़ी हुई दिखाई देगी वही मंदिर से 100 मीटर की दूरी पर अकाल तख्त है इसमें भूमिगत और 5 मध्य तल के साथ-साथ एक संग्रहालय और सभागार भी हैं,
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर अपनी कला और शिल्प कला के लिए केवल देश में ही नहीं अपितु विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध है इस पर की गई डिजाइन और वास्तुकला पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं स्वर्ण मंदिर का निर्माण 67 फिट स्क्वायर के क्षेत्रफल में किया गया है जिसमें 40 स्क्वायर ठीक में गुरुद्वार फैला हुआ है गुरुद्वारों की प्रदेश में चारों दिशाओं में दरवाजे हैं और इन्हीं दरवाजो पर की गई है नक्काशी दार आकर्षक डिजाइन, जोकि यहां आए पर्यटकों को काफी पसंद आती हैं स्वर्ण मंदिर की वास्तुकला हिंदू और मुस्लिम के प्रेम के सामंजस्य को टच प्रकट करती हुई दिखती है शायद यही कारण है कि यह विश्व का सर्वश्रेष्ठ तकनीकी कलाओं में से एक है
- स्वर्ण मंदिर मैं चारों दिशाओं में चार द्वार है जो कि चारों धर्मों को महत्व देती हैं
- स्वर्ण मंदिर की वास्तुकला मुगल और भारतीय वास्तुकला की मिश्रित हैं
- स्वर्ण मंदिर का निर्माण पहले पत्थरों और ईटों से किया गया था
- स्वर्ण मंदिर की सीढ़ियां ऊपर की तरफ नहीं बल्कि नीचे की तरफ जाती है जो कि मनुष्य को नीचे की तरफ झुकना सिखाती है
यदि सुनना महल को घूमने की दृष्टि से देखें तो यह वास्तव में देखने लायक और घूमने लायक जगह है क्योंकि इसकी वास्तुकला और डिजाइन इतनी प्रभावशाली और आकर्षक हैं कि हर कोई इसे देखे बिना नहीं रह सकता शायद यही कारण है कि यहां हर दिन हजारों की संख्या में भक्तों और श्रद्धालुओं की जमकर भीड़ इकट्ठा होती हैं स्वर्ण मंदिर का दृश्य बड़ा ही हसीन है और स्वर्ण मंदिर के चारों तरफ ही बसा हुआ है अमृतसर शहर यदि आपको स्वर्ण मंदिर के दृश्य को देखना है तो हम आपको यही कहेंगे कि आप तो रात्रि के समय में सोना मंदिर के दर्शन करें, क्योंकि रात्रि के समय मैं मंदिर का दृश्य बड़ा ही मनोरम दिखाई देता है मंदिर में रंग-बिरंगी लाइटे स्वर्ण मंदिर के दृश्य को रंगीन बना देते हैं मंदिर का पूरा क्षेत्र आसपास का क्षेत्र सुनहरे रंग का दिखाएं देता है जो आंखों में एक ऐसी छवि प्रकट करता है जिसका अनुभव कलम के द्वारा प्रकट करना मुश्किल होगा, दिन के समय में आप यहां सरोवर में स्नान करके गुरुद्वार में माथा टेकने जरूर जाना चाहिए वैसे तो गुरुद्वार में हर रोज श्रद्धालुओं की भीड़ एकत्र जाती है लेकिन हर वर्ष की तरह गर्मियों के मौसम में यहां पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भीड़ करते देती है लोहरी गुरु नानक जयंती और वैशाखी के दिन और भी कई ऐसे त्योहार और महोत्सव है जब यहां पर्यटकों की भीड़ हजारों की संख्या में देखने को मिलती हैं यदि आप लोग भी अमृतसर की यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो आपको अपनी यात्रा प्लान में स्वर्ण मंदिर को जरूर शामिल करना चाहिए इसके अलावा आप यहां आकर आसपास के दार्शनिक स्थलों का भ्रमण भी कर सकते हैं यदि आप अपनी फैमिली के साथ अमृतसर की यात्रा करना चाहते हैं तो काफी अच्छा होगा और नहीं तो आप अपने दोस्तों के साथ भी स्वर्ण मंदिर के दर्शन करना बिल्कुल भी ना भूले,
आपके प्रश्न, Your Question
उत्तर – स्वर्ण मंदिर भारत के पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित है
प्रश्न – स्वर्ण मंदिर की स्थापना किसने की
उत्तर – स्वर्ण मंदिर की स्थापना गुरु राम दास जी ने की,
प्रश्न – स्वर्ण मंदिर लंगर समय
उत्तर – स्वर्ण मंदिर में लंगर का समय 24 घंटे लगा रहता है
प्रश्न – स्वर्ण मंदिर में कितना सोना है
उत्तर – स्वर्ण मंदिर के निर्माण में 15000 किलो सोने का प्रयोग किया गया है.
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