दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई पोस्ट में, जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते ही हैं कि हमारे ब्लॉग पर आपको हर हफ्ते एक नई पोस्ट महत्वपूर्ण जानकारी के साथ साझा मिलती हैं जो हमारे नियमित पाठक हैं उन्हें उन्हें पता होगा कि महीने में दो लेख यात्रा प्लानिंग के लिए मिलते हैं. और उसी कि श्रेणी में आज हम लाए हैं आपके लिए सोनितपुर की दार्शनिक स्थलों के बारे में जानकारी. वैसे तो सोनितपुर में घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं लेकिन आज की पोस्ट में हम बात करेंगे कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहां के बारे में बहुत कम लोगों को पता है और उस जगह को एक्सप्लोर करके आप अपनी एक खूबसूरत यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं आज का लेख आशा करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आएगी इसलिए इसे लास्ट तक पढ़ना बिल्कुल भी ना भूले|
प्रकृति की खूबसूरत वादियों के बीच में बसा सोनितपुर भारत के असम राज्य का एक जिला है जो की यहां के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थलों के लिए जाना जाता है भौगोलिक स्थिति की बात की जाए तो जिले का कुल क्षेत्रफल 2077 किलोमीटर है. शुद्ध ताजी आबोहवा इसे और अधिक खूबसूरत बनाती है पहाड़ों की रोमांस भरे रास्ते और सुंदर यहां के मनोरम दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है लोगों का भोलापन और अपनापन का एहसास यहां के स्थानीय लोगों में ज्यादा पाई जाती हैं. वैसे तो यहां की जनसंख्या काफी अधिक है लेकिन आंकड़ों की बात करें तो सन 2021 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या 2112184 है. वही यात्रा के दौरान आपको एक और बात का पता होना चाहिए कि असम में असमिया भाषा के अलावा बंगाली भाषा भी बोली जाती है. इसलिए सोनितपुर कि लोग भी असमिया भाषा का प्रयोग अधिक किया करते हैं लेकिन हिंदी भाषा का प्रयोग भी शहरी और बाजार क्षेत्र में की जाती है एक कृषि प्रधान जिला होने के कारण सोनितपुर का मुख्य व्यवसाय कृषि हैं कृषि पर ही अधिकांश जनसंख्या निर्भर है और अपना जीवन यापन कर रही है |
- अग्निगढ़ हिल
- महाभैरब मंदिर
- बामुनी हिल्स
- बूरा-चपोरी वन्यजीव अभ्यारण्य
- डाक बांग्ला जिला संग्रहालय
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महाभैरब मंदिर – भगवान शिव जी को समर्पित महा भैरव मंदिर आस्था और भक्ति का प्रसिद्ध केंद्र बना हुआ है आज भी यहां पर हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक आया करते हैं मंदिर शहर की एक पहाड़ी चोटी पर स्थित है. जिसके निर्माण के विषय में बताया जाता है कि राक्षस राजा बाणासुर ने भगवान शिव जी की पूजा करने के लिए इस मंदिर का निर्माण किया था लेकिन आज के युग में यह एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है. हर साल यहां पर शिवरात्रि के दिन उत्सव मनाया जाता है जिसमें हजारों की संख्या मैं भक्त पधार कर भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त किया करते हैं के आसपास का वातावरण और पहाड़ की चोटी पर स्थित होने के कारण यह एक टूरिस्ट स्थल के रूप में भी जाना जाता है|
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बामुनी हिल्स – असम राज्य को प्रकृति का स्वर्ग कहा जाए तो कोई बुरी बात नहीं होगी क्योंकि यहां आपको प्रकृति के साक्षात दर्शन मिल जाते हैं और उन्हीं स्थलों में से एक है सोनितपुर का प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल बामुनी हिल्स जो कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है इस जगह में देखने के लिए आपको पुराने समय के कई गौरवशाली अतीत के अवशेष देखने को मिल जाते हैं जो कि आपको इतिहास की याद दिलाने वाले हैं ऐसे शानदार खंडरो में मिले नक्काशी दार मूर्तियां विस्मयकारी पत्थर जोकि जो कि आज भी अतीत में डूबे हुए हैं आप चाहे तो अपनी यात्रा प्लेन में बामुनी हिल्स को शामिल कर सकते हैं|
बूरा-चपोरी वन्यजीव अभ्यारण्य – प्रकृति प्रेमी के लिए असम के सोनितपुर जिला अपने आप में खास स्थान रखता है क्योंकि यहां आपको बहुत सारे ऐसे प्राकृतिक झरने ,पहाड़ ,नदियां देखने को मिल जाते हैं जो कि यहां आए पर्यटकों को अट्रैक्ट करती है उन्हीं इस सालों में से एक है सोनितपुर का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बूरा-चपोरी वन्यजीव अभ्यारण्य जहां आपको जंगली जानवरों की ब्लू प्रजातियों के साथ-साथ पेड़ पौधों के अजीबोगरीब प्रजातियां देखने को मिल जाती है यदि आप लोग प्रकृति प्रेमी हैं तो आपको एक न एक बार इस स्थान के दर्शन जरूर करनी चाहिए क्योंकि इस जगह में आकर आप प्रकृति को गरीबी से अनुभव कर सकते हैं और उन्हीं खूबसूरत सफर की यादों को आप अपने कैमरे में कैद करना बिल्कुल भी ना भूले|
डाक बांग्ला जिला संग्रहालय – सोनितपुर के पर्यटन स्थल की सूची में आप डाक बंगला जिला संग्रहालय को भी सम्मिलित कर सकते हैं क्योंकि इस संग्रहालय में आपको भारतीय इतिहास के साथ-साथ आश्रम जिले के इतिहास की बहुत सारी अवशेष देखने को मिल जाते हैं यहां पर असम इतिहास से जुड़ी कई पुस्तकें मूर्तियों के साथ-साथ बहुत सारे वस्तुएं रखी गई है जोकि पर्यटकों को असम जिले के इतिहास के बारे में जानकारी प्रदान करती है
दोस्तों सोनितपुर मैं यात्रा के दौरान आपको विश्राम के लिए होटल और खाने के लिए एक शुद्ध और स्वादिष्ट खानपान चाहिए होता है सफर का मजा तभी आता है जब वहा के स्थानीय खान पान का आंनद लिया जाए, स्वाद के शौकीन लोगों के लिए सोनितपुर का स्थानीय खान पान कही न कही उनके मुंह में पानी लाने वाला है यहां के स्थानीय मसालों द्वारा और पारंपरिक तरीकों से बनाया गया चट पटा खाना आपको यहां दुबारा आने के लिए बेताब करने वाला है जिस तरह हर राज्य के अलग अलग भोजन के व्यंजन होते हैं ठीक उसी प्रकार से सोनितपुर के भी अलग अलग भोजन के व्यंजन है जो कि यहां के प्रसिद्ध खानपान की श्रेणी में आते हैं और आपको कहीं ना कहीं ये भोजन के व्यंजन जरूर पसंद आने वाले है मांसाहारी हो या शाकाहारी दोनों तरह के व्यंजन यहां काफी बनाएं जाते है हम आपको सोनितपुर के खानपान के कुछ स्वादिष्ट व्यंजन के बारे में बताने वाले हैं जो कि आपको सोनितपुर की यात्रा के दौरान मदद करेगी और आप आसानी से किसी भी व्यंजन के स्वाद का आनंद ले सकते हैं|
मासोर टेंगा – मासोर टेंगा सोनितपुर की सबसे प्रसिद्ध और स्वादिष्ट खानपान में से एक हैं नॉन वेजिटेरियन खाने वाले लोगों के लिए यह एक अच्छी डिश होने वाली है मासोर टेंगा मैं नींबू से बने शोरबा को धीमी आंच में पकाया जाता है जो कि खाने में काफी स्वादिष्ट और चटपटा होता है|
पारो मांशो – कबूतर के मांस से बनने वाली यह प्रसिद्ध असमिया डिश लोगों को काफी पसंद आती है खास विधि और स्थानीय मसालों द्वारा बनी यह स्वादिष्ट डिश सर्दियों के समय में ठंड से बचने के लिए अधिक लोगों द्वारा खाया जाता है अपनी चटपटे स्वाद के लिए प्रसिद्ध यह डिश यहां आएं पर्यटकों द्वारा भी काफी पसंद की जाती है|
आलू पिटिका – रात के खाने में सोनितपुर के लोगों द्वारा सबसे ज्यादा बार खाए जाने वाला रात्रि संस्करण आलू पिटिका है जिसे मैश किए गए आलू की सहायता से बनाया जाता है साधारण सा दिखने वाली यह डिश सरसों के तेल से चोंखा जाता है और दाल चावल के साथ इसे साइड डिश के रूप में प्रयोग किया जाता है इसके स्वाद को बढ़ाने और खूबसूरत दिखने के लिए इसे हरे कटे हुए धनिया से सजाया जाता है|
ऊ खट्टा – मुंह के स्वाद को शिखर तक पहुंचाने के लिए सोनितपुर की चटपटी और मीठी चटनी जिसे ऊ खट्टा के नाम से जाना जाता है यहां की लोकप्रिय खानपान में से एक है समानता है इसे दाल चावल और रोटी सब्जी के साथ खाया जाता है इसका खट्टा मीठा स्वाद लोगों को काफी पसंद आता है|
खार – सोनितपुर की लोकप्रिय डिश में शामिल खार एक नॉन वेजिटेरियन डिश है जिसे खार और दालें के साथ साथ कच्चा पपीता के मिक्सर से बनाया जाता है जो की इसके स्वाद को और अधिक बढ़ा देता है खास तौर पर इस डिश को चावल के साथ ख़ाना ज्यादा पसंद किया जाता है|
- स्पॉट होटल मित्र
- होटल पाइन यार्ड
- होटल बसंती
- वाइल्डनेस्ट
- होटल ऐंजल
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