प्रकृति की सुंदरता एवं शुद्ध हवा पानी ऐसी ताजगी भरी जिंदगी जो जीते जी स्वर्ग के दर्शन करा दे वाकई में बड़े सपनो की जिंदगी लगती है लेकिन हमारी धरती में कुछ जगह कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां की प्राकृतिक सुंदरता एवं शुद्ध हवा पानी चारों तरफ पहाड़ और भी सुंदर सुंदर फूलों की घाटियां और उनके बीच बहता एक छोटा सा झरना, हमें स्वर्ग जैसा माहौल महसूस कराता हो तो ऐसी जगह घूमने का मन भला किसका नहीं करेगा, आज हम बात करने वाले हैं मुनस्यारी की, मुनस्यारी उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक बहुत सुंदर सी जगह जहां हजारों की संख्या में लोग पधार कर इस जगह की सुंदरता का आनंद लेते हैं आज की पोस्ट में हम बात करने वाले हैं मुनस्यारी के प्रसिद्ध दर्शनीय प्लेस जहां हम लोग गर्मियों की छुट्टियों का आनंद ले सकते है
मुनस्यारी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल
महेश्वरी कुंड – मुनस्यारी में स्थित
महेश्वरी कुंड प्रकृति की गोद में बसा एक ऐसा गुण है जिसे लोग दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं यहां से लोग पंचकूला पर्वत में दिखने वाली खूबसूरत चोटी का आनंद ले सकते हैं यदि आप परिवार के साथ मुनस्यारी आए हैं तो आपको के दर्शन जरूर करने चाहिए
कला मुनि टॉप – मुनस्यारी से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक काला मुनि पर्वत है
जिसमें एक मंदिर का निर्माण भी किया गया है जो कि मां काली को समर्पित है कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु इस मंदिर के दर्शन करके जो भी मनोकामना करते हैं वह जरूर पूरी होती है और शायद इसीलिए यहां भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है काला मुनि पर्वत की ऊंचाई 9600 मीटर है और कहा यह भी जाता है कि इस क्षेत्र का यह सबसे ऊंचा पर्वत है
बिर्थी वाटरफॉल– मुनस्यारी से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित एक झरना है जिसे लोग
बिर्थी वाटरफॉल के नाम से भी जानते हैं इस झरने की खासियत यह है कि लगभग 125 मीटर से गिरता हुआ पानी और चारों और की प्राकृतिक सुंदरता हरी – हरी छोटी-छोटी घास और उनके बीच खिले विभिन्न प्रकार के फूल इस दृश्य को और भी अधिक सुंदर बनाते हैं यदि आप मुनस्यारी आए हो तो आपको यहां के दर्शन जरूर करनी चाहिए
थमरी कुंड –
थमरी कुंड मुनस्यारी से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर घने जंगलों के बीच स्थित हैं अल्पाइन के पेड़ों की छाया में बसा है थमरी कुंड में एक झील है जिसमें ठंडे पानी को बहते देखा जा सकता है कहा जाता है कि यदि इस क्षेत्र में बड़ी लंबी अवधि से बारिश ना हो तो लोग यहां आकर भगवान इंद्रदेव से बारिश होने की प्रार्थना करते हैं और उनकी प्रार्थना जरूर पूरी होती है
दरकोट – मुंसारी से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा गांव है जिसका नाम दरकोट है प्राकृतिक सौंदर्यता और उत्तराखंड की संस्कृति से जुड़े कई साल पुरानी चीजें आपको यहां देखने को मिलेंगी कहां जाता है कि कला शैली का प्रयोग इतना प्रचुर मात्रा में प्रयोग किया गया है कि यहां बने घर भी आपस में कला का प्रतीक होते है
केसे पहुंचे मुनस्यारी
यदि मुनस्यारी पहुंचने की बात करें तो यह आप रोडवेज, रेलमार्ग और एयरवेज के जरिए भी आप यह आसानी से पहुंच सकते है
रोडवेज– यदि आप बाय रोड के जरिए यह आना चाहते है तो आपको रोड को पूरी कनेक्टविटी आप को यह मिल जाएगी देश के प्रसिद्ध शहरों
दिल्लीसे यह 573 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ
हैदराबाद से यह 741 किलोमीटर तथा उत्तराखंड के
रामनगर से यह जगह 302 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
रेल मार्ग – रेल मार्ग की बात करें तो मुनस्यारी का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन टनकपुर है
टनकपुर से मुनस्यारी 125 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा साथ ही
काठगोदाम से यह जगह 278 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तो आप रेल मार्ग के जरिए भी मुनस्यारी की यात्रा कर सकते हैं
एयर वेज – एयर वेज की बात करें तो
देहरादूनऔर
पंतनगर मुनस्यारी का सबसे नजदीक एयरपोर्ट है
देहरादूनसे 214 किलोमीटर तथा पंतनगर से 249 किलोमीटर की दूरी पर मुनस्यारी स्थित है.