हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज के नई पोस्ट में जिसमें हम होली पर निबंध, होली के बारे में जानकारी साझा करने वाले हैं इस आर्टिकल को अंत तक पढ़िएगा, क्योंकि इसी आर्टिकल में हम होली क्यों मनाई जाती है, होली कब मनाई जाती है तथा होली का जश्न के बारे में भी बात करेंगे तो चलिए बिना समय बताएं सीधे टॉपिक पर आते हैं,
होली हिंदुओं का सबसे प्रमुख और सबसे बड़ा त्यौहार के रूप में मनाया जाता है इस दिन सभी लोग मिल जुल कर एक दूसरे पर रंग लगाते हैं होली केवल एक त्यौहार ही नहीं है बल्कि यह भारत के प्रमुख त्योहारों रक्षाबंधन ,दिवाली, न्यू ईयर के जख्म की तरह मनाया जाने वाला रंगीन त्यौहार है, जो केवल लोगों पर रंग ही नहीं बल्कि लोगों के जीवन को हजारों रंगों और खुशियों से भर देता है इस दिन सभी परिवार के लोग और गांव के लोग एक दूसरे को गले मिलकर गुलाल का तिलक करते हैं और नाच गाने के साथ जश्न मनाते हैं होली का पावन पर्व केवल भारत में ही नहीं अपितु हिंदू आबादी वाले अनेक देशों में मनाया जाता है होली के 1 दिन पहले होलिका का दहन किया जाता है जिसमें अहंकार पर आस्था की जीत की खुशी मनाई जाती है होली बच्चों और बड़ों का सभी का बड़ा ही प्रसिद्ध त्यौहार होता है इस दिन छोटे बड़े सभी लोग एक साथ मिलकर एक दूसरे पर रंग लगाते हैं और हैप्पी होली बोल कर सभी को विश किया जाता है इस दिन बड़ी सावधानी पूर्वक हमें रंगों का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि बाजारों में जो रंग पाए जाते हैं वह बड़े ही गंदे तरीको और कई प्रकार की चीजों के सहायता से बनाए जाते हैं इसलिए रंगों का प्रयोग ढंग से करना चाहिए ताकि किसी की आंखों में ना जा पाए,
होली हर वर्ष वसंत ऋतु में मनाया जाता है होली का त्यौहार भारतीय पंचांग के अनुसार हिंदू धर्म में पंचांग के अनुसार फागुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है इससे एक दिन पहले की रात को होलिका का दहन किया जाता है होली के दिन सभी लोग अपने से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं और एक दूसरे को रंग लगाकर हैप्पी होली विश करते हैं होली का त्यौहार केवल रंग लगाने तक ही सीमित नहीं है यह हमें मित्रता और भाईचारे का संदेश देता है जो कि एक एकता से भरा त्योहार के रूप में भी माना जा सकता है इस दिन सभी लोग बड़े हैं खुश और प्यार से एक दूसरे पर रंग लगाते हैं और अपनी नाच गाने के साथ होली के त्योहार को मनाते हैं कोई मकान के छत से तो कोई पार्क से कोई बालकनी से तो कोई सड़क से सभी लोग एक दूसरे पर पानी की पिचकारी या लिए रंग लगाते हैं और होली के त्यौहार का आनंद लेते हैं,
होली मनाने के पीछे का इतिहास प्राचीन काल से ही जुड़ा हुआ है वसंत ऋतु में हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने के कारण इसे वसंतोत्सव और काम महोत्सव के नाम से भी पुकारा जाता है इतिहास के पन्नों पर नजर डालने से पता चलता है कि आर्य के समय में भी होली त्यौहार का प्रचलन था पौराणिक कथाओं के अनुसार राक्षस स्वभाव वाला हिरण कश्यप अपने पुत्र प्रह्लाद की भगवान के प्रति भक्ति भावना को देख कर परेशान था वह कई बार उसका ध्यान भगवान पर हटाने का प्रयत्न करता लेकिन असफल हो जाता है फिर इस परेशानी को देखते हुए हिरण कश्यप ने प्रह्लाद को जान से मारने का फैसला किया, हिरण कश्यप ने अपनी बहन होलिका से आग्रह किया कि वह उसे आग में ले जाकर मार दे ( जबकि ऐसा कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ से होलिका को वरदान में 1 शाल दी थी जिससे पहन कर वह कभी भी आग में नहीं जलेगी, ) जब होलिका ने सोचा कि वह कल रात को आग में ले जाकर खुद शाल ओढ़ाकर बच जाएगी और प्रह्लाद मर जाएगा, लेकिन हुआ ठीक इसके विपरीत उसी समय भगवान विष्णु ने ऐसा हवा का झोंका चलाया कि वह शॉल उठकर प्रह्लाद के ऊपर जा गिरी जिससे पहला तो सुरक्षित बच गया लेकिन होलिका वही आग में दहन हो गई, इस तरह बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक स्वरूप होली मनाई जाती है और होलिका का दहन किया जाता है इस कहानी से इस बात का संदेश मिलता है होली मनाने का मुख्य उद्देश्य एक दूसरे के साथ अच्छे संबंध बनाना और भाईचारे के साथ रहना ही होली हमें सिखाती हैं,
भारतीय परंपरा के अनुसार होली को शुरू से ही जश्न की तरह मनाने की परंपरा है होली को हम लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं इस दिन सभी लोग सुबह स्नान करके नहीं कपड़े पहनते हैं और अपनों से बड़ों का पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं और फिर उन्हें गुलाल रंग लगाते हैं इस त्यौहार को सभी लोग बड़े प्यार और एकजुट होकर मनाते हैं कहीं रंग की बरसात तो कहीं पानी की बौछार, कहीं ढोल नगाड़े की गूंज तो कहीं शहनाई की आवाज चारों तरफ चारों दिशाओं में जश्न का माहौल बना होता है सभी एक दूसरे पर रंग लगाने कुछ बच्चे खेलते हैं पानी से तो कुछ खेलते हैं अपनी नानी से लेकिन खेलते सभी बड़े प्यार से हैं होली के दिन चारों तरफ घर से लेकर शहर तक पूरी सड़कें रंग बिरंगी दिखाई देती है मानो इंद्रधनुष रोड पर उतर आया हूं इस सभी के घरों में नए-नए स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं और सभी लोग अपने रिश्तेदारों को बुलाकर होली का खूब इंजॉय करते हैं लेकिन होली के दिन हमें बड़े ध्यान रखने वाली कुछ बातें याद रखनी चाहिए जैसे किसी की किसी व्यक्ति या बच्चे की आंखों में रंग ना जा पाए इस बात का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि चाइनीस कलरों में कई हार्मफुल केमिकल्स पाए जाते हैं, जो आंखों के अंदर जाकर दिक्कत पैदा कर सकता है तो हमें इस बात का ध्यान जरूर रखना चाहिए होली के दिन कहीं कहीं से गंदी खबरें या गंदे सीन भी देखने को मिल जाते हैं इस दिन कई शराबियों की दिवाली होती है शराबी लोग होली के दिन की शुरुआत मदिरापान से करते हैं और फिर पूरे दिन मदिरा पीते हुए शाम को सड़कों पर पड़े हुए मिलते हैं जिससे समाज को भी एक नेगेटिव संदेश जाता है तो इस प्रकार से कुछ लोग होली के त्यौहार का लुफ्त उठाते हैं जो कि होली मनाने का बड़ा ही गंदा तरीका है तो हमें इन सभी बातों का भी ध्यान रखना चाहिए ताकि होली के दिन सभी लोग इंजॉय कर पाए और किसी भी व्यक्ति को कोई नुकसान ना हो तो कुछ इस प्रकार से हमारे भारत में होली के त्यौहार का जश्न मनाया जाता है
दोस्तों यह था होली पर निबंध होली पर लेख जो कि आपको बहुत पसंद आया होगा और आपको होली के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से बताएं और यदि आपको यह लेख पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ जरूर साझा करें,