हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई पोस्ट में इसमें हम आपको घुमाने वाले हैं मणिपुर राज्य के विष्णुपुर जिले में वैसे तो मणिपुर में घूमने और करने के लिए बहुत कुछ है लेकिन आज स्पेशली हम आपको लेकर जाने वाले हैं विष्णुपुर मैं जहां हम देखेंगे कि यहां पर यात्रा के लिए कौन-कौन से बेस्ट डेस्टिनेशन हो सकते हैं और कहां हम विष्णुपुर में घूमने के लिए (Famous Philosophical Places of Vishnupur) जा सकते हैं| इसी आर्टिकल में हम आपको विष्णुपुर के खान पान के बारे में भी (local food of Vishnupur)बताएंगे बाकी आप जब कभी भी यात्रा करें तो आपको बिना किसी दिक्कत के आसानी से अपनी यात्रा का आनंद ले पाए के लिए शानदार होटल्स भी ( Vishnupur ke sabse saste hotel )आपको यहां मिल जाएंगे. आशा करते हैं कि आपको यह लेख जरूर पसंद आएगा इसलिए के बीच पर कहीं भी मिस ना करें|
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Bisnupur, creative Commons, License-(CC BY – SA 4.0) |
- रसमंच मंदिर
- लोकतक झील
- राधा श्याम मंदिर
- मोइरांगो
- कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान
रसमंच मंदिर – विष्णुपुर के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थलों की सूची में रसमंच मंदिर का नाम सर्वश्रेष्ठ स्थान पर आता है हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती इस मंदिर का निर्माण मल्ल राजा बीर हम्बीर ने सन 1600 में स्थापित किया था लेकिन उस समय मंदिर बनाने का उद्देश्य केवल रास उत्सव मनाना था लेकिन आज के समय में यह विष्णुपुर का प्रसिद्ध दार्शनिक स्थल के रूप में जाना जाता है आपको देवी-देवताओं की प्रतिमाये देखने को मिल जाती है मंदिर में मंदिर के आकर्षण में नृत्यों के मंचन जिसमें कृष्ण लीला के विभिन्न दृश्य प्रस्तुत किए जाते थे देखने को मिल जाते हैं लेकिन एक रहस्यमई जगह होने के कारण इसका रखरखाव भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत संरक्षित किया गया है , रसमंचा मंदिर एक अद्वितीय वास्तुशिल्पकला डिजाइन को प्रस्तुत करती है जोकि इसे भारत के सबसे खास स्थानों में से एक बनाती है इसमें सबसे पुरानी ईट रमंचा का निर्माण लाल ईंटों से किया गया है फिर भी आप लोग भी विष्णुपुर की यात्रा पर है तो आपको इस मंदिर के दर्शन जरूर करना चाहिए और भारत के अनोखी वस्तु कला के नमूने जरूर देखने चाहिए|
लोकतक झील – विष्णुपुर के प्रसिद्ध झीलों की श्रेणी है लोकतक का नाम सर्वश्रेष्ठ स्थान पर दिया जाता है एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल होने के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण क्षेत्र इंफाल शहर से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है बात की जाए आसपास के वातावरण की तो आसपास का वातावरण काफी स्वच्छ और ताजा रहने के साथ-साथ ठंडी हवाएं यहां पर चलती रहती है यही कारण है कि यह भारत की सबसे ताजे पानी की झील के रूप में भी जानी जाती है आप चाहे तो सैंड्रा से झील विहंगम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं सुबह सुबह की सूरज की किरणों और ताजी हवाएं मन मनमोहित कर देती है आप अपने दोस्तों के साथ इस खूबसूरत सी जगह का आनंद लेने आ सकते हैं सनराइज और सन सेट के शानदार दृश्य यहां से देखे जा सकते हैं यहां आने के लिए आपको हवाई मार्ग के साथ-साथ विष्णुपुर जिले ट्रेन सुविधा भी मिल जाएगी. मोइरंग बाजार बस स्टॉप लोकतक झील का सबसे नजदीकी बस स्टॉप है जो की मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसलिए सड़क मार्ग द्वारा यात्रा करना अच्छा माना जा सकता है|
राधा श्याम मंदिर – आस्था का प्रसिद्ध मंदिर विष्णुपुर के दार्शनिक स्थलों की सूची में सबसे स्थान पर आता है मंदिर काफी पुराना है और ऐतिहासिक है बात की जाए इसके निर्माण के बारे में तो इसका निर्माण राजा चैतन्य सिंह द्वारा 1758 में किया गया था भगवान श्री कृष्ण को समर्पित यह मंदिर आस्था और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हूं यह सुंदर सी जगह जोरबांग्ला मंदिर के पास स्थित है वास्तु और शिल्प कला के द्वारा निर्मित यह मंदिर अपनी सुंदरता के लिए काफी लोकप्रिय है अपने ऐतिहासिक महत्व और विरासत के कारण यह हर हर दिन पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है इसकी खूबसूरती इतनी अच्छी है कि जो भी पर्यटक यहां एक बार आता है वह दोबारा आने के लिए जरूर प्रयास करता है जानकारी के लिए बता दें कि मंदिर का प्रवेश सूर्य उदय से सूर्यास्त तक माना जाता है आप इस बीच कभी भी आकर मंदिर के दर्शन कर सकते हैं प्रवेश के लिए यहां पर ₹25 भारतीय पर्यटकों द्वारा लिए जाते हैं साथ ही विदेशों से आए पर्यटकों के लिए ₹300 का प्रवेश शुल्क चार्ज किया जाता है|
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Radhe syam, creative Commons, License-(CC BY – SA 4.0) |
मोइरांगो – वैसे तो विष्णुपुर में घूमने की जगह की कमी नहीं है तुम एक ही जगह में से खास है मोइरंग जो कि लगभग 47 किलोमीटर का है मणिपुरी लोगों के लिए आस्था और पवित्र स्थान के रूप में जाना जाता है यहां आपको पूर्व हिंदू देवी देवताओं के साथ-साथ भगवान थांगजिंग का एक प्राचीन मंदिर है आस्था और पवित्रता का प्रतीक यह मंदिर हजारों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है वैसे तो यहां पर काफी भीड़ बार देखने को मिल जाती है लेकिन खासतौर पर बात करें हर साल मई के महीने में यहां पर मोइरंग लाई हराओबा त्योहार का आयोजन किया जाता है इस त्यौहार के दिन विष्णुपुर जिले के सभी लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं अपनी वेशभूषा और पारंपरिक तौर पर नृत्य की शुरूआत करते हैं यदि आप लोगों विष्णुपुर की यात्रा पर है तो कहीं ना कहीं आपको इस जगह के दर्शन जरूर करना चाहिए यहां यात्रा करने के बाद आपको विष्णुपुर की कला और सभ्यता के साथ-साथ नृत्य के बारे में भी जानकारी मिल सकती है|
कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान – विष्णुपुर में देखने और घूमने के लिए तो बहुत कुछ है लेकिन यदि आपने कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान अपनी विष्णुपुर यात्रा सूची मैं शामिल करना भूल गए है तो कहीं ना कहीं आप एक ऐसी जगह को मिस कर रहे हैं जोकि आपको यहां दोबारा आने के लिए मंजूर कर सकती है कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान जो कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के तौर पर तो काफी प्रसिद्ध है ही साथ में यहां पर वन्यजीव प्राणियों की विभिन्न प्रजातियां आपको देखने को मिल जाती है इन्हीं में से खास है यहां एक नृत्य करने वाले हिरण के दर्शन आपको जरूर देखना चाहिए, एक तैरता हुआ पार्क जोकि प्राकृतिक सुंदरता से ओतप्रोत है यहां आपको हॉग डियर, पानी के पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां आपको देखने को मिल जाती है आप चाहे तो अपने फैमिली के साथ भी इस खूबसूरत थी जो भी का आनंद लेने आ सकते हैं आपको बता दे की सड़क मार्ग यहां पहुंचने का सबसे नजदीकी साधन है और यह एनएच-29 पर स्थित है|
दोस्तों यात्रा के दौरान आपको कुछ दिन विष्णुपुर मैं रुकना पड़ सकता है इसलिए हम आपको कुछ ऐसा व्यंजन खाने के लिए बताने जा रहे हैं जो कि विष्णुपुर में फेमस होने के साथ-साथ काफी प्रसिद्ध भी हैं और आप जब कभी भी विष्णुपुर की यात्रा करें तो आपको यहां पर बहुत सारे भोजन के व्यंजन देखने को मिलने वाले हैं जो कि देखने में तो काफी डेलीसियस होते ही हैं साथ ही यह खाने में भी काफी स्वादिष्ट और मसालेदार होते हैं चलिए बात कर लेते हैं विष्णुपुर के सबसे स्वादिष्ट भोजन के व्यंजन जोकि आपके मुंह में पानी तो लाने ही वाले हैं साथ ही आपकी यात्रा को एक अलग ही यादगार बनाने वाले हैं|
मोरोक मेटपा – पालक की सब्जी जैसी दिखती हुई यह खूबसूरत सा व्यंजन विष्णुपुर की सबसे स्वादिष्ट चटनी मानी जाती है सुखी और मेष की हरी मिर्ची की बनी हुई है चटनी देखने में तो काफी स्वादिष्ट लगती ही है साथ में यहां काफी लोकप्रिय भी हैं यहां के लोग इसे नागरी मछली के साथ सामग्री के रूप में प्रयोग करते हैं स्वाद अनुसार इसमें नमक मिलाया जाता है और इसके बाद जो इसका टेस्ट होता है वाकई में बहुत ही स्वादिष्ट होता है इसे स्थानीय लोगों द्वारा कई भोजन के व्यंजनों के साथ परोसा जाता है|
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manipur dish, creative Commons, License-(CC BY – SA 4.0) |
नगा-थोंगबा – ऐसा नहीं है कि केवल वेजिटेबल वालों के लिए है विष्णुपुर के भोजन के व्यंजन प्रस्तुत हो बल्कि यहां पर आपको नॉनवेज भी काफी स्वादिष्ट और आसपास के मसालों द्वारा बनाया हुआ होता है इन्हीं डिश मैं से एक है नगा-थोंगबा जोकि मछली के द्वारा तैयार किया जाता है इसमें आपको कुछ ली हुई काली मिर्ची और स्थानीय मसालों का स्वाद मिल जाता है यह विष्णुपुर के सबसे स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है जो भी पर्यटक मांसाहारी होते हैं वह इस डिश का सेवन जरूर करते हैं और विष्णुपुर के स्वाद में खो जाते हैं|
सिंगजू – स्वाद के मामले में विष्णुपुर का नाम काफी आगे हैं और इन्हीं चीज को खास बनाती है यहां के भोजन का प्रसिद्ध व्यंजन सिंगजू, जो कि देखने में तो एक सब्जी की तरह लगता है लेकिन दरअसल यह सब्जी नहीं होती बल्कि यह एक सलाद होता है जिसमें गोभी के साथ-साथ प्याज ,अदरक , आदि चीजें शामिल है एक शानदार टेस्ट जो कि हर भोजन के व्यंजन का स्वाद बढ़ा दे, देखने में काफी खूबसूरत लगता है इसे खूबसूरत बनाने के लिए इसके ऊपर धनिया की हरी पत्तियां का इस्तेमाल किया जाता है उसके बाद जो अल्टीमेट स्वाद होता है वह कलम के द्वारा बयान कर पाना मुश्किल है|
अलु कांगमेट – जैसे कि नाम से ही पता चलता है कि यह व्यंजन जरूर आलू से बनने वाला होगा जी हम उसको आलू मटर की सब्जी की तरह दिखने वाली यह स्वादिष्ट सब्जी उबले हुए आलू और आसपास के स्वादिष्ट मसालों द्वारा बनाया जाता है इसमें स्वाद अनुसार नमक खाता है और उसके बाद में तली हुई लाल मिर्च जो कि इसके स्वाद को चार चांद लगा देती है, आप जब कभी भी विष्णुपुर की यात्रा करो तो आपको अलु कांगमेट का स्वाद जरूर चेक करना चाहिए|
चलिए दोस्तों अब बात कर लेते हैं विष्णुपुर घूमने का सबसे अच्छा समय, ( Vishnupur ghumne ka accha samahy ) घूमने का बेस्ट टाइम और विष्णुपुर घूमने कब जाया जाए ( Vishnupur ghumne kab jana chahiyen ). यदि आपके पास भी ऐसे सवाल है तो दोस्तों आप एक सही आर्टिकल पर आए हैं. यदि बात की जाए विष्णुपुर में घूमने का सबसे अच्छा समय तो दोस्तों आपको सबसे पहले हम बता दें कि आपके पास जब कभी भी टाइम हो आप अपना होलीडे प्लान कर सकते हैं और विष्णुपुर की यात्रा कर सकते हैं लेकिन सबसे अच्छा समय जो विष्णुपुर की यात्रा का माना जाता है वह माना जाता है सितंबर से लेकर नवंबर के बीच क्योंकि इस बीच यहां का मौसम काफी सुहाना और ठंडा बना रहता है यदि आप गर्मियों में विष्णुपुर की यात्रा ( Travel in Summer) करते हैं तो आप अपनी यात्रा का उतना आनंद नहीं ले सकते लेकिन यदि आप सितंबर से लेकर नवंबर के बीच यात्रा करते हैं तो आप यहां के यात्रा का अच्छे से इंजॉय कर सकते हैं गर्मी में आप ज्यादा बाहर घूम नहीं सकते इसलिए अच्छा रहता है कि आप एक ठंडे मौसम में यहां की यात्रा करें इस बीच यहां की होटल खाली रहते हैं तो आपको आसानी से होटल की सुविधा भी मिल जाएगी और पहाड़ों की खूबसूरत वादियों को देखने का मजा हल्की सी सुंदर बारिश में देखना काफी अच्छा लगता है इसलिए विष्णुपुर की यात्रा का सबसे अच्छा समय सितंबर से नवंबर माना जाता है इसके बाद यहां ठंड का मौसम ज्यादा ठंडा हो जाता है यह से कारण बाहर यात्रा करना काफी मुश्किल हो सकता है|
यात्रा करने के दौरान हमारे पास सबसे पहले यही प्रश्न होता है कि आखिर हम रहे कहा यानी कि होटल्स या फिर धर्मशाला के अलावा कोई और सुविधा जहां हम अपनी यात्रा के दौरान अच्छे से और कम बजट में रह सके, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है हम इसी आर्टिकल के अंदर आपको विष्णुपुर के सबसे सस्ते और सुंदर होटल्स ( Vishnupur ke hotel) के बारे में जानकारी देने वाले हैं यह होटल्स विष्णुपुर के सबसे सस्ते हो सकते हैं और आप जब कभी भी आकर करेंगे तो यह उस समय आपके लिए खुले हो सकते हैं यहां आपको मूलभूत सुविधाएं मिल जाएगी. ऐसा नहीं है कि आपको यहां पर सारी सुविधाएं मिल जाए लेकिन मूलभूत सुविधाएं जो कि आपको चाहिए होती है जैसे कि एक अच्छा सा कमरा शुद्ध पानी ,वॉशरूम और उसी होटल मैं आपको एक अच्छी कीमत में खाना पीना भी मिल जाए तो नीचे कुछ ऐसे होटल की लिस्ट है जो कि इन सभी सुविधाओं के साथ आपकी यात्रा को कंफर्टेबल बनाने वाले हैं और आप अपनी यात्रा का अच्छे से इंजॉय कर सकते हैं|
- होटल मणिपुर हाउस
- सुरबेनी होटल
- होलीडे रिजॉर्ट विष्णुपुर
- शिरूई लिली होटल
- होटल एलिगेंस रिजॉर्ट
- होटल मिलेनियम
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