डेंगू बुखार के लक्षण और उपचार Dengue fever symptoms and treatment
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग की आज की नई पोस्ट में जिसमें हम बात करने वाले हैं डेंगू बुखार के बारे में डेंगू बुखार क्या होता है डेंगू बुखार के क्या-क्या कारण और बचाव के बारे में तो बने रहिए हमारे साथ इस पोस्ट में अंतर क्योंकि इस पोस्ट में हम डेंगू बुखार के बारे में पूरी जानकारी साझा करने वाले हैं
![]() |
Image Source By – skeeze |
डेंगू बुखार क्या होता है What is dengue fever
डेंगू बुखार मच्छर से काटने के बाद होने वाले बुखार होता है इसमें डेंगू मच्छर वायरस को फैलाता है आमतौर पर इस बुखार को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस बुखार में संक्रमित व्यक्ति को हड्डियां टूटने के समान दर्द होता है डेंगू मच्छर ज्यादातर वर्षा ऋतु के मौसम में पाए जाते हैं यह डेंगू मच्छर घरों और अन्य भवनों के सामने एकत्रित पानी में अंडे देते हैं और इसी मादा मच्छर के काटने से फैलता है डेंगू वायरस और कभी-कभी यह डेंगू वायरस मौत का कारण भी बन जाता है
डेंगू बुखार के प्रकार Types of dengue fever
जिस प्रकार डेंगू वायरस एक बुखार होता है ठीक उसी तरह इस बुखार के कुछ प्रकार होते हैं जो कि लोगों में अलग अलग तरीके से देखे जाते हैं और इन सभी डेंगू बुखार के प्रकारों में अलग-अलग लक्षण दिखाई देते हैं आमतौर पर डेंगू बुखार को 3 अवस्थाओं में देखा जाता है
साधारण डेंगू – साधारण डेंगू, डेंगू बुखार का एक साधारण अवस्था होती हैं इस बुखार में मरीज को 3 से 7 दिन तक तेज बुखार रहता है लेकिन इस अवस्था में मरीज बिना किसी मेडिसिन से भी ठीक हो जाते हैं
साधारण डेंगू के लक्षण – सामान्यता साधारण डेंगू बुखार के मरीजों को निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं
- मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द
- जीभ का स्वाद खराब हो जाना
- भूख ना लगना
- पलक झपका ने पर आंखों में दर्द
- चक्कर आना
- अचानक तेज बुखार
- तेज का सिर दर्द
![]() |
Image Source By – skeeze |
यह सभी लक्षण डेंगू बुखार के साधारण अवस्था में अनुभव किए जाते हैं
डेंगू हमरेजिक बुखार – ( रक्त स्राव बुखार ) यदि डेंगू बुखार के मरीज को साधारण डेंगू के लक्षण के अलावा यदि निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे डेंगू हेमरेजिक बुखार का जाते हैं
जिसके खास लक्षण कुछ इस प्रकार है
- मुंहा और मसूड़ों के अलावा नाक से खून बहना
- शरीर ठंडा और पीला पड़ जाना
- बेचैनी बने रहना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- प्लेटलेट कोशिकाओं की संख्या कम हो जाना
- फेफड़ों में पानी जमा हो जाना
- शौच या उल्टी में खून आना
- स्किन पर नीले रंग के चकत्ते पड़ जाना
डेंगू शॉक सिंड्रोम – यह डेंगू बुखार की तीसरी पहचान है इस बुखार में रक्तस्राव वाले डेंगू के साथ-साथ अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं जो इस प्रकार से महसूस किए जा सकते हैं यह बुखार इतना गंभीर होता है कि इससे मरीज की जान तक जा सकती है
डेंगू शॉक सिंड्रोम के लक्षण – डेंगू शॉक सिंड्रोम के लक्षण कुछ इस प्रकार से महसूस किए जा सकते हैं
- पेट में दर्द होना
- नब्ज का कमजोर होना
- रक्तचाप का कम हो जाना
- पड़ सकती है त्वचा ठंडी
डेंगू बुखार के घरेलू उपचार Home remedies for dengue fever
डेंगू एक ऐसा बुखार हैं जो धीरे-धीरे बढ़ता जाता है शुरू में तो इसके लक्षण पहचानना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि उस समय मरीज में नार्मल फीवर और डेंगू फीवर के एक ही लक्षण दिखाई देते हैं और धीरे-धीरे ही यह डेंगू का रूप धारण कर लेती है यदि डेंगू को सीरियस से नहीं लिया जाता है तो यह मौत का कारण भी बन जाता है ऐसे हालात में हमें सबसे पहले डॉक्टर के पास जाना चाहिए और डॉक्टर जो दवाइयां देते हैं उनको समय के साथ प्रयोग करना चाहिए इसी के साथ आप डॉक्टर की सलाह लेकर इन घरेलू उपाय का इस्तेमाल भी कर सकते हैं
नारियल पानी – डेंगू के बुखार में नारियल पानी बहुत कारगर साबित होती है क्योंकि इसमें वह सभी तत्व पाए जाते हैं जो डेंगू वायरस को हराता है इसमें मुख्य रूप से काफी मिनरल्स मौजूद होते हैं जो शरीर को मजबूती प्रदान करते हैं आपको 1 दिन में कम से कम दो नारियल का सेवन तो जरूर करना चाहिए
![]() |
Image Source By – gadini |
गिलोय – आयुर्वेद में औषधि का भंडार है और इसी में एक गिलोय नाम का पौधा भी पाया जाता है जो कि ऑल ओवर इंडिया सभी के घरों में मिल सकता है गिलोय का डेंगू के बुखार में बहुत प्रयोग किया जाता है क्योंकि इसमें हमारे शरीर के अंदर जो प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं उन्हें पूरा करने के लिए सभी तत्व काफी मात्रा में पाए जाते हैं इसलिए डेंगू के बुखार में रोगी को गिलोय का सेवन जरूर करना चाहिए कोशिश करें कि आप नॉर्मल पानी पीने के बजाय गिलोय के रस का सेवन करें इससे शरीर को काफी फायदा मिलता है
![]() |
Image Source By – sandeephanda |
तुलसी का सेवन – तुलसी के पत्तों में एंटीवायरस तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते है और डेंगू के बुखार में अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना काफी जरूरी होता है इसीलिए आप को तुलसी का सेवन जरूर करें
पपीता – पपीता में एंटीवायरस तत्व के अलावा शरीर में प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले सभी तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं ऐसे में पपीते का सेवन करना भी शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है
हल्दी का सेवन – हल्दी में इम्यूनिटी को बढ़ाने और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने वाले सभी पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं और डेंगू के बुखार में रोगी को हल्दी का सेवन किसी न किसी रूप में जरूर करना चाहिए
![]() |
Image Source By – fruchthandel |
डेंगू कितने दिन में ठीक होता है In how many days dengue is cured
डेंगू का बुखार कितने दिन में ठीक हो जाएगा यह बात निर्भर करती है डेंगू बुखार के अवस्था में नार्मल डेंगू बुखार 1 हफ्ते में ठीक हो जाता है लेकिन यदि बुखार का लेवल बढ़ चुका होता है तो उसे ठीक होने में समय के साथ-साथ सावधानियां बरतनी पड़ती है यह बुखार 1 हफ्ते से 2 हफ्ते तक बना रहता है लेकिन डेंगू बुखार के कारण शरीर में कमजोरी हो जाती है इसलिए रोगी को 20 दिन तक का आराम तो जरूर करना चाहिए साथ ही पोषक तत्वों का सेवन इस बीच जरूर करना चाहिए
![]() |
Image Source By – fruchthande |
डेंगू मच्छर कब काटता है When does dengue mosquito bite
डेंगू वायरस फैलाने वाले डेंगू मच्छर को डेंगू मादा एडीज एजिप्टी के काटने से होता है इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती है इसलिए इन्हें डेंगू टाइगर भी कहा जाता है यह मच्छर जुलाई महीने के बाद पनपना शुरू हो जाते हैं और यह मच्छर सबसे ज्यादा सुबह और दिन में करते हैं
डेंगू मच्छर से कैसे बचे , डेंगू से बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए
डेंगू के मच्छर से बचने के लिए हमें निम्नलिखित गतिविधियां अपनानी चाहिए
- डेंगू के मच्छर खुले पानी में पनपते हैं इसलिए पानी की टंकियों को हमेशा अच्छी तरीके से बंद रखें
Image Source By – pascalhelmer - खुले स्थानों में पानी इकट्ठा ना होने दें
- रूम कुलरों का पानी हर दिन बदले और संभव हो तो उसमें ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल करें
- हफ्ते में एक दिन पूरे घर में मच्छर नाशक दवा का जरूर इस्तेमाल करें
- किचन में खाने-पीने की सभी चीजों को ढक कर रखें
- संभव हो तो घरों में जाली वाले दरवाजे और खिड़कियों का प्रयोग करें इससे मच्छर घर के अंदर नहीं आएंगे,
यह भी पढ़ें –