दीपावली पर निबंध, Deepawali Par Nibandh in hindi

दीपावली पर निबंध, Deepawali Par Nibandh
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई पोस्ट में जिसमें हम आपको दीपावली के बारे में जानकारी देने वाले हैं इस आर्टिकल को अंत तक पड़ेगा क्योंकि इसी आर्टिकल में हम भारत के मुख्य त्योहार दीपावली पर निबंध के बारे में भी बताने वाले हैं यह दीपावली के बारे में जानकारी भी हो सकती है और सभी कक्षाओं के बच्चे इसे प्रयोग कर सकते हैं (दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में ) वाले विद्यार्थी भी इस लेख का प्रयोग कर सकते हैं और दोस्तों दीपावली के उप संहार के तौर पर दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन भी दे रहे हैं तो बने रहे अंत तक,

दीपावली पर निबंध क्लास सिक्स्थ दीपावली पर निबंध 10 लाइन दीपावली पर निबंध कक्षा 7 दीपावली पर निबंध कक्षा 5 दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में दीपावली पर निबंध 20 लाइन दीपावली पर निबंध इंग्लिश में दीपावली निबंध हिंदी में
दीपावली पर निबंध, Deepawali Par Nibandh  – प्रस्तावना

दीपावली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार के रूप में जाना जाता है चारों तरफ खुशी की लहर और बाजारों में एक अलग ही चहल-पहल वाली रोनक देखने को मिलती हैं दीपावली को हिंदू धर्म का पवित्र त्यौहार में गिना जाता है हर वर्ष दशहरे के समय से ही बाजारों और घरों में दीपावली की तैयारी और चारों तरफ चमचमाती लाइटें और बाजारों में एक अलग ही रौनक का दृश्य पेश करती हैं दिवाली भारतीय निवासियों का प्रसिद्ध त्योहार है इसे सभी लोग बड़े ही प्यार और हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं और हर नए साल में सभी लोगों को दिवाली पर्व आने का इंतजार कुछ अधिक ही देखने को मिलता है क्योंकि यह केवल एक त्यौहार ही नहीं है बल्कि यह लोगों की खुशियों का दिन है जो कि अपने साथ ढेर सारी खुशियां लाता है प्रकाश पर्व के रूप में जानने वाला यह त्यौहार पूरे भारतवर्ष को रोशनी से भर देता है यह दिन केवल रात का अंधकार ही दूर नहीं होता है बल्कि माता लक्ष्मी और भगवान राम लक्ष्मण हनुमान के साथ साथ सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है माता लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती है और तमाम प्रकार की खुशियों के साथ साथ सभी लोगों में एक अलग ही प्रकार का परिवर्तन यानी कि सकारात्मक ऊर्जा का निवास होता है और हर व्यक्ति भगवान से अपने अच्छे भविष्य की कामना करते हैं इस दिन सभी भगवानों की पूजा करने के बाद सभी लोग अपने पूर्वजों के पैर छूकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं और अपने दिवाली जैसे प्रकाश पर्व का आनंद लेते हैं इस पर्व के अवसर पर लोग अपने घरों और शहरों को लाइटों और दीयों से सजाते हैं और कई लोग इस दिन अपने नए व्यापार की शुरुआत भी करते हैं

कब मनाई जाती है दीपावली, Deepawali Kab Manai Jati Hai

दीपावली का त्यौहार हर नए वर्ष बड़े हर्ष और उल्लास के साथ कार्तिक अमावस्या के दिन मनाया जाता है बहुत से लोग दीपावली को 2 दिन मनाते हैं एक छोटी दिवाली और दूसरी बड़ी दीपावली लेकिन प्रकाश पर्व दीपावली की जो समय अवधि होती है वह 5 दिन ( धनतेरस, नरक चतुर्दशी, अमावस्या, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा, भाई दूज ) की होती है जो धनतेरस के दिन से शुरू होकर भाई दूज तक मानी जाती हैं अब बात आती है कि इन 5 दिनों की तारीख ,तो बता दे कि इन सभी की तारीख भारतीय हिंदू धर्म के कैलेंडर के आधार पर निर्धारित की जाती हैं इस त्यौहार की खुशी और महत्व आप इस बात के अंदाजे से लगा सकते हैं कि दिवाली के 1 महीने पहले से ही गौरव और शहरों के साथ-साथ पूरे देश में चहल-पहल और अलग ही रौनक आपको देखने को मिल जाती हैं,

दीपावली क्यों मनाई जाती हैं, Deepawali Kyu Manai Jati Hai

दीपावली मनाने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है सबसे प्रचलित जो कथाएं हैं उनके अनुसार माना जाता है कि यह भगवान श्री राम सीता मैया और लक्ष्मण हनुमान जी के साथ 14 वर्ष बाद रावण की हत्या करने के बाद वनवास से अयोध्या लौटे थे तो उनके आने की खुशी में अयोध्या वालों ने पूरे मार्ग को फूलों और दिनों से सजा कर उनका स्वागत किया, तब से लेकर हर वर्ष कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली का महोत्सव मनाया जाता है दरअसल जब भगवान श्री राम सीता मैया और लक्ष्मण जी के साथ 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे तो इन 14 वर्षों के बीच में सभी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और इन्हीं समस्याओं में एक है कि वनवास के दौरान रावण सीता के साथ छल करके उनका अपहरण कर लेता है काफी समय और मेहनत के बाद जो भगवान श्री राम ने हनुमान जी से मदद मांगी तो पवन पुत्र हनुमान जी ने सीता मैया को ढूंढ लिया और उन्हें आश्वासन दिया कि प्रभु श्रीराम जल्द आपको लेने आएंगे, कड़ी मशक्कत और लंबे समय के बाद जब प्रभु श्री राम और लंकापति रावण का आमना-सामना हुआ तो युद्ध में प्रभु श्री राम ने लंका पति रावण का घमंड के साथ-साथ उनका भी अंत कर दिया ( तब से लेकर हर वर्ष दशहरे में रावण का पुतला जलाया जाता है ) और उसके बाद वह सभी अयोध्या लौट गए उनकी लौटने की खबर जब आने दे वालों ने सुनी तो पूरी नगरी खुशी से झूम उठी और उनके आने से पहले नगरी की साफ सफाई करके चारों दिशाओं में दिए जलाए गए और नगरी के सभी मार्गों को फूलों से सजाया गया जिससे पूरी नगरी एक दुल्हन की तरह लगने लगी इसी बात की खुशी में हिंदू धर्म के लोग हर वर्ष दीपावली मनाया करते हैं और रात के अंधकार को दीयों के द्वारा मिटाया करते हैं

दीपावली में किसकी पूजा की जाती है, Deepawali Main Kiski Pooja KI Jati Hai
दीपावली को हिंदू धर्म में प्रसिद्ध प्रकाश पर्व के रूप में जाना तथा मनाया जाता है इस दिन सभी के घरों में देवी देवताओं की पूजा की जाती है और यह पूजा सभी राज्यों में अलग-अलग विधि के द्वारा की जाती है दीपावली के महापर्व पर माता लक्ष्मी जी के साथ साथ गणेश भगवान की पूजा की जाती है जो कि भारतवर्ष के सभी घरों में की जाती है लेकिन भारत के कुछ राज्यों में इस अवसर पर मां काली की पूजा की जाती है दशहरे के 6 दिन बाद से गणेश भगवान तथा मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है जबकि दीपावली की रात्रि में मां काली की पूजा की जाती है बताया जाता है कि इस दिन देवी देवताओं की पूजा करके घर में सुख संपत्ति प्रवेश करती है तथा व्यापार और नौकरी में सफलता मिलती है

दीपावली पर निबंध क्लास सिक्स्थ दीपावली पर निबंध 10 लाइन दीपावली पर निबंध कक्षा 7 दीपावली पर निबंध कक्षा 5 दीपावली पर निबंध 200 शब्दों में दीपावली पर निबंध 20 लाइन दीपावली पर निबंध इंग्लिश में दीपावली निबंध हिंदी में
उपसंहार – कैसी मनाई जाती है दीवाली, Kese Manai Jati Hai Diwali

दीपावली को सभी भारतवासी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं यह दिन सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं तथा सभी लोग अपने रिश्तेदारों में मिठाई बांटा करते हैं दीपावली के दिन पूरा शहर दुल्हन की तरह सजा हुआ होता है साथ ही लोग अपने घरों में भी दिए जलाए करते हैं इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती है इस दिन सभी लोग खूब पटाखे जलाते हैं तथा सभी लोग एकत्रित होकर नाच गाना भी करते हैं 

दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन, Deepawali Nibandh 10 Line

दिवाली हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है दिवाली के दिन मां लक्ष्मी जी के साथ गणेश भगवान की पूजा की जाती है दिवाली हर साल कार्तिक माह की अमावस्या के दिन मनाई जाती दीपावली के दिन श्री राम भगवान सीता मैया और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या लौटे थे इस दिन पूरी अयोध्या नगरी को खोलो और दीयों की रोशनी से सजाया गया था इस दिन सभी लोग में कपड़े पहनते हैं दिवाली के दिन सभी लोग अपने घरों को रोशनी से सजाते हैं उस दिन खूब सारे पटाखे जलाए जाते हैं यह दिन सभी लोग अपने रिश्तेदारों को मिठाई खिलाते हैं इस दिन सभी लोग एकत्रित होकर नाच गाना भी करते हैं

तो दोस्तों यही थी दीपावली पर निबंध (दीपावली पर निबंध हिंदी में 10 लाइन) जो कि आपको पसंद आया होगा और आपको दीपावली की बारे में जानकारी मिल गई होगी आपको यह लेख कैसा लगा हमें कमेंट के माध्यम से बताएं और यदि आपको यह नहीं पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों को परिवार के साथ भी जरूर साझा करें,

 

यह भी पढ़ें –

 

Leave a Comment

Chat For Book Trip