चार धाम यात्रा Char Dham Yatra In Hindi
हेलो दोस्तों कैसे हैं आप सब लोग एंड एक बार फिर से स्वागत है. आपका हमारे ब्लॉग की आज की नई पोस्ट में जिसमें हम आपको चार धाम यात्रा के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं. आज हम जानेंगे के चार धाम कौन कौन से हैं. और चार धाम यात्रा का पैकेज कितना आ सकता है वह भी पूरे नक्शे के माध्यम से आपको गाइड करके चलेंगे तो प्लीज इस आर्टिकल को अंत तक पड़ेगा|
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चार धाम यात्रा Char Dham Yatra In Hindi
श्रद्धा भाव और ईश्वर प्रेमी व्यक्ति जहां भी मंदिर मिले वही सिर झुका लेते हैं. और श्रद्धा की चाह में बढ़ते हैं. वह अपना अगले कदम की ओर जो उन्हें चार धाम यात्रा में जोड़ता है. भारत के चार धाम बद्रीनाथ द्वारका और जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम को कहा जाता है. बहुत से व्यक्तियों के पास प्रश्न होता है कि आखिर चार धाम कौन कौन से होते हैं और वह लोग समझते हैं कि बद्रीनाथ. केदारनाथ और यमुनोत्री, गंगोत्री चार धाम है जबकि यह छोटे चार धाम है जो बद्रीनाथ के भाग माने जाते हैं गुरु श्री आदि शंकराचार्य ने आठवीं सदी में जगन्नाथ पुरी रामेश्वरम द्वारका एवं बद्रीनाथ को एक सूत्र में पिरोया था और हिंदू धर्म में यह मंदिर पवित्र माने जाते हैं चारों|
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दिशाओं में स्थित होने के कारण इन्हें चार धाम के नाम से जाना जाता है प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में चार धाम की यात्रा जरूर करनी चाहिए बताया जाता है. कि चारधाम यात्रा करने से व्यक्ति जीवन और मरण के बंधनों से मुक्त हो जाता है तथा वह अपने पापा और कर्मों से छुटकारा पाकर पवित्र हो जाता है. ग्रंथों के अनुसार चार धामों की यात्रा करने से सदा शक्ति मजबूत होती है. और देवी-देवताओं से जुड़े तथ्य मालूम होते हैं. और वहां के रहन सहन के बारे में जानकारी मिलती है तथा चारों दिशाओं में स्थित होने के कारण क्षेत्र की रीति रिवाज और लोगों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है|
बद्रीनाथ धाम – यह धाम उत्तराखंड में स्थित है और यह भगवान विष्णु को समर्पित है अलकनंदा नदी के किनारे में बसा यह धाम के निर्माण में बताया जाता है. कि इसकी स्थापना मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी ने की थी. बद्रीनाथ मंदिर के कपाट दर्शन के लिए अप्रैल महीने के मध्य में खोले जाते हैं और 6 महीने तक पूजा करने के बावजूद नवंबर के दूसरे सप्ताह में बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद किए जाते हैं|
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रामेश्वरम धाम – भगवान शिव जी को समर्पित रामेश्वरम धाम तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित है बताया जाता है कि इस मंदिर में भगवान शिव जी की पूजा लिंग के रूप में की जाती है. जो कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और भगवान राम ने ही रामेश्वरम शिवलिंग की स्थापना की थी |
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जगन्नाथ पुरी धाम – उड़ीसा राज्य में स्थित जगन्नाथ पुरी धाम भगवान श्री कृष्ण जी को समर्पित है. जगन्नाथ शब्द का अर्थ होता है. जगत के स्वामी और उनकी नगरी जगन्नाथपुरी कहलाती है. यह तीर्थ पुराणों में बताई गई सात पुरियों में से एक पूरी है यहां हर साल रथ यात्रा का आयोजन होता है|
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द्वारकापुरी – भारत के गुजरात राज्य में स्थित द्वारका मंदिर भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है. और यह चार धामों में से चौथा धाम है द्वारका के बारे में बताया जाता है. कि द्वारका को श्री कृष्ण ने बसाया था. और असली द्वारका तो समुंदर में समा गई थी लेकिन जेस्ट द्वारका और गोमती द्वारका आज उसके अवशेष के रूप में जिंदा है|
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चार धाम यात्रा कैसे करें Char Dham Yatra Kese Karen In Hindi
यदि आप चार धाम यात्रा करना चाहते हैं तो हम आपके सफर को हसीन और यादगार बनाने के लिए कुछ गाइडलाइंस बना रहे हैं. कुछ रूट बता रहे हैं. यदि आप उसका फॉलो करते हैं. तो आपको बीच में कोई दिक्कत नहीं आएगी और आप आसानी से चारों धामों की यात्रा कर सकते हैं. जी आप दिल्ली जैसे महानगर से अपनी चार धाम यात्रा शुरू करना चाहते हैं. तो आपका सबसे पहला पड़ाव बद्रीनाथ होना चाहिए क्योंकि एक तो यह दिल्ली से नजदीक है और दूसरा यहां से चारों धामों का रूट सही से बन जाएगा तो आप सबसे पहले दिल्ली से बद्रीनाथ की यात्रा की तैयारी करें. चाहे आप अपनी पर्सनल गाड़ी से आ रहे हैं या फिर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग भी कर सकते हैं. बद्रीनाथ पहुंचने के बाद आप विधि के विधान अनुसार पूजा पाठ कर सकते हैं. और यदि आपको 1 दिन वहां रुकना हो तो आप आराम से 1 दिन वहां रोक सकते हैं और उसके बाद आपका जो दूसरा पड़ाव होगा वह होगा. द्वारकापुरी क्योंकि द्वारकापुरी से बद्रीनाथ की दूरी मात्र 1836 किलोमीटर है जो कि 2 दिन में आराम से तय हो जाएगी द्वारका पहुंचने के बाद आप वहां की पूजा की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं. और 1 दिन वहां भी आराम से रुक सकते इसके बाद आपका अगला यानी कि तीसरा पड़ाव होगा जगन्नाथ पुरी का जोकि द्वारका से 1846 किलोमीटर की दूरी पर है. आपको फिर से 2 दिन इस सफर में लग सकते हैं. इसके बाद आपका चौथा और आखिरी पड़ाव होगा रामेश्वरम जो कि तमिलनाडु में स्थित है रामेश्वरम में भगवान शिव जी के दर्शन करने के बाद आप अपने घर दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं आप चाहे तो इस यात्रा को किसी और तरीके से भी संपर्क कर सकते हैं|
चार धाम यात्रा मैप Char Dham Yatra Map
दोस्तों हम आपकी सुविधा के लिए चार धाम यात्रा का मैप भी बना रहे हैं जिसके माध्यम से आप आसानी से समझ जाओगे कि कौन सा रूट हमारे लिए सही रहेगा और कौन सा सरल पड़ेगा तो इस मैप के जरिए भी आप अपनी यात्रा आसान बना सकते है|
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चार धाम यात्रा पैकेज Char Dham Yatra Pakage
चलो दोस्तों अब बात कर लेते हैं कि चार धाम यात्रा का पैकेज कितना आएगा दोस्तों आप चाहे तो चार धाम की यात्रा ब्रेक लेकर भी कर सकते हैं. और यदि हम मान के चले कि श्रद्धालु पब्लिक ट्रांसपोर्ट या चार धाम यात्रा पैकेज प्रोवाइड कराने वाले एजेंसी के जरिए यहां की यात्रा करना चाहते हैं. तो लगभग आपका खर्चा पचास हजार के आसपास आ जाएगा वह भी यह निर्भर करता है. कि आप किस स्थान से यहां की यात्रा कर रहे हैं. वहां रुकना और खाना-पीना के खर्चे को जोड़ें तो आपका|
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खर्चा बड़ सकता है वहीं यदि आप अपनी पर्सनल गाड़ी लेकर चलते हैं तो आप पचास हजार में पूरी यात्रा कर सकते हैं और दोस्तों ये सिर्फ अनुमानित खर्चा है हो सकता है कि समय के साथ साथ यह खर्चा भी घट बढ़ सकते हैं इसलिए यह सिर्फ एक अनुमान के लिए है|
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