हेल्लो दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं उत्तराखंड के रानीखेत की आज की पोस्ट में हम यह जानेंगे रानीखेत मने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन कौन सी है गर्मियां बढ़ते ही स्कूल की छुट्टियां शुरू हो जाती है बच्चों की जिद होती है कि वह नई जगह घूमने जाना चाहते हैं इस बहाने से मम्मी- पापा भी ऑफिस की छुट्टी लेकर घूमने की प्लानिंग करते हैं जो लोग घूमने के साथ साथ प्रकृति प्रेमी भी होते हैं वह लोग पहाड़ों में घूमने की इच्छा ज्यादा रखते हैं और इनके लिए रानीखेत कि यात्रा करना अच्छा विकल्प हो सकता है
भारत के उत्तराखंड राज्य में प्रकृति की गोद में बसी यह जगह अल्मोड़ा जिले में स्थित हैं समुद्र तल से 18 सो 30 मीटर की ऊंचाई में बसा यह गांव देवदार एवं ब्लाक के पेड़ों की छाया में बसा हुआ है
रानीखेत के टूरिज्म प्लेस
मां कालिंका मंदिर – मां कालिंका मंदिर अल्मोड़ा जिले के रानीखेत क्षेत्र में आता है चारों तरफ से पेड़ों के ढके होने के कारण यह बेहद खूबसूरत नजर आता है यह मन्दिर मा काली को समर्पित है हर चार साल में यहां एक महोत्सव आयोजन किया जाता है जिसमें गढ़वाल एवं कुमाऊं के लोग काफी मात्रा में पधारकर आयोजन का लुफ्त लेते हैं एक तरफ से इसे गढ़वाल एवं कुमाऊं के एकता का प्रतीक भी कह सकते हैं यदि आप रानीखेत आए हो तो मां कालिका के दर्शन आपको जरूर करनी चाहिए यह रानीखेत से लगभग 5-6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है
बिनसर महादेव– रानीखेत से लगभग लगभग 20 किलोमीटर दूर यह मंदिर देवदार और चीड़ के पेड़ों से ढका हुआ है जो कि भगवान शिव जी को समर्पित है कहा जाता है कि यह भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन की पावन स्थल है यहां हर साल नवंबर और दिसंबर में बिनसर पूजा का आयोजन किया जाता है जिसमें सभी लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं इस क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता इतनी अच्छी है कि जो भी श्रद्धालु यहां एक बार आता है उसका बार-बर आने का मन करता रहता है
आशियाना पार्क– आशियाना पार्क रानीखेत के मध्य में स्थित है चारों तरफ से पहाड़ और पेड़ पौधों की छाया में बसा यह पार्क लोगों को मनोहित करता आ रहा है इस पार्क का रख-रखाव का कार्य कुमाऊँ रेजीमेंट को सौंपा गया है यदि आप परिवार के साथ पिकनिक मनाने रानीखेत आए हो तो इस बार के दर्शन आपको जरूर करनी चाहिए
रानीखेत गोल्फ कोर्स – गोल्फ कोर्स इन सभी स्थानों में से प्रमुख स्थान में आता है क्योंकि इसकी प्राकृतिक सुंदरता इतनी अच्छी है कि हर कोई यहां आने की प्लानिंग जरूर करता है रानीखेत से लगभग 5 किलोमीटर दूर यह स्थित है चीड़ के बेहद खूबसूरत पेड़ों की छाया में बसा यह गोल्फ कोर्स केवल देश के लोगों का ही नहीं बल्कि विदेशों से आए लोगों को भी मनोहित करती है एक अच्छा सा मैदान जो की छोटी-छोटी हरे घास ओढ़े वाकई में बेहद खूबसूरत नजर आती है इसमें एक विश्राम कक्ष भी है जो विशेष तौर पर विदेश से आए लोगों के लिए हैं यहां हर साल गोल्फ खेल का आयोजन भी किया जाता है
झूला देवी मंदिर– झूला देवी मंदिर रानीखेत से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है चारों तरफ से पहाड़ों से ढका यह मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है इतिहास से पता चलता है कि यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है इसे घाटियों वाला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है लोकप्रिय होने के कारण यहां लगातार श्रद्धालुओं का आगमन लगा रहता है
केसे पहुंचे रानीखेत
यदि आप रानीखेत आना चाहते है तो यहां आने के लिए आपके सभी साधन मिल जायेगे ,रोड की पूरी कनेक्टविटी होने के कारण आप देश के किसी भी कोने से यहां आसानी से पहुंच सकते है, साथ ही भारतीय रेल सेवा भी यहां पे पूरी तरीके से जुड़ी हुई है और वायु मार्ग की बात करें तो यहां आप फ्लाईट के जरिए भी पहुंच सकते है
सड़क मार्ग- सड़क मार्ग की बात करें तो रानीखेत मुंबई से यह 1778 किलोमीटर तथा वहीं यहां देहरादून से यह 315 किलोमीटर है उत्तराखण्ड के रामनगर से रानीखेत की दूरी 96 किलोमीटर है और साथ ही गोवा से यह 2062 किलोमीटर की दूरी पर है अब आप के लोकेशन से जो भी शहर नजदीक पड़ता है आप वही से रानीखेत की यात्रा कर सकते है
रेल मार्ग- रेल मार्ग की बात करें तो रानीखेत का नियर रेलवे स्टेशन काठगोदाम है जो कि मेन रानीखेत से 74 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही यह रेल स्टेशन हैदराबाद से 1634 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहीं दूसरी ओर यहां रेलवे स्टेशन दिल्ली के रेलवे स्टेशन से काठगोदाम की दूरी 287 किलोमीटर पर स्थित है रामनगर रेलवे स्टेशन से काठगोदाम की दूरी 60 किलोमीटर है
वायु मार्ग – वायु मार्ग की बात करें तो रानीखेत का नियर एयरपोर्ट पंतनगर एयरपोर्ट है यहां से रानीखेत 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही यह से सभी प्रकार की घरेलू उड़ाने नियमित रूप से चलती रहती हैं .