हेल्लो दोस्तो स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज के न्यू पोस्ट में जिसमें हम बात करने वाले है राजस्थान में घूमने की जगह के बारें में,
राजस्थान भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी जयपुर है राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है प्राचीन काल समय में यहां पर आदिवासी कबीलों का शासन था जिसमें राजाओं का शासन हुआ करता था राजस्थान का अर्थ होता है राजा का स्थान और इसी नाम के कारण शायद यहां विभिन्न राजाओं ने राज किया सन 30 मार्च 1949 को राजस्थान को भारत के राज्य के रूप में दर्जा दिया गया,
यदि राजस्थान के मौसम और जलवायु की बात की जाए तो लगभग राजस्थान के हर जिले में मौसम एक समान बना रहता है तो आप कभी भी सर्दियों या गर्मियों में दोनों सीजन में यहां की यात्रा कर सकते हैं तो चलिए अब कर लेते हैं राजस्थान में घूमने की जगह के बारे में,
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Image source By – Bhatigajendra |
राजस्थान की प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल ( राजस्थान में घूमने की जगह )
हवा महल – जब कभी भी बात राजस्थान में घूमने की जगह की आती है तो हवा महल का नाम सर्वश्रेष्ठ स्थान पर लिया जाता है हवा महल राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसकी स्थापना सन 1799 में जयपुर के महाराजा सवाई प्रताप सिंह जी ने करवाई थी राजमुकुट की शेप में बना हवा महल का डिजाइन वास्तुकार लालचंद उस्था जी ने तैयार की थी इस महल की एक खासियत यह भी है कि इसमें 953 छोटी-छोटी बेहद खूबसूरत जालीदार खिड़कियों का निर्माण किया गया है जिन्हें झरोखा के नाम से भी जाना जाता है इस महल का निर्माण लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बना होने के कारण यह महल पर्यटकों को और अधिक आकर्षित करता है और शायद इसी कारण से यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटकों की भीड़ एकत्रित रहती है हवा महल केवल देश के पर्यटकों का ही नहीं अपितु विदेशों से आए पर्यटकों का भी मन लुभाती हैं
यदि आप लोग भी हवा महल की दृश्य का आनंद उठाना चाहते हैं तो यहां आने के लिए सही समय नवंबर से फरवरी के बीच होता है क्योंकि नवंबर से फरवरी के बीच मौसम सही बना रहता है जिस कारण आप यहां के चारों दिशाओं की दृश्य का आनंद ले सकते हैं तो चलिए अब बात कर लेते हैं हवा महल के प्रवेश शुल्क के बारे में तो प्रशासन द्वारा यहां के दर्शन करने के लिए कुछ शुल्क लिया जाता है जिसमें भारतीय पर्यटकों के लिए ₹50 का टिकट तथा विदेशों से आए पर्यटकों को यहां ₹200 का टिकट दे दिया जाता है साथ ही यह भी आपको फोटोग्राफी का शौक है तो यहां पर फोटोग्राफी भी कर सकते हैं लेकिन उसके लिए आपको ₹10 शुल्क अलग से पे करना पड़ता है
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सिटी प्लेस – राजस्थान के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों में जयपुर का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सिटी प्लेस का नाम भी कम प्रसिद्ध नहीं है सिटी प्लस राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जिसकी स्थापना सन 1729 से 1732 सदी के मध्य महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने कराई थी वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य और सर सैमुअल जेकब थे और इसका निर्माण लाल और गुलाबी सेंड स्टोन से की गई थी.
यदि आप भी यह के दर्शन करते है आपको इस प्लेस के अंदर वस्तु कला करने की अनोखी छवि देखने को मिलेगी लाल और गुलाबी पत्थरों पर की गई विशेष प्रकार की आकृतियों की नक्काशी भी आपको यहां देखने को मिलेगी तो चलिए बात करते हैं सिटी प्लेस घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा रहेगा तो सिटी पैलेस जयपुर में स्थित होने के कारण आप वर्ष के नवंबर से मार्च महीने के बीच यहां घूमने आ सकते हैं क्योंकि वर्ष के बाकी महीनों में गर्मी होने के कारण आप इस प्लेस की सुंदरता का आनंद नहीं ले पाएंगे जबकि नवंबर से मार्च के बीच मौसम ठंडा रहता है जिसके चलते आप यहां के दर्शन बड़े आनंद के साथ कर सकते हैं इसके प्रवेश शुल्क के बारे में बात की जाए तो भारतीय नागरिकों के लिए ₹70 तथा विदेश पर्यटकों के लिए ₹200 का एंट्री पास बनाया जाता है और आप यहां की फोटो खींचना चाहते हैं तो आपको कुछ शुल्क पेय करके चलना होगा यदि आप जयपुर आए हैं तो आपको यहां के दर्शन जरूर करने चाहिए.
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जंतर मंतर – कोई जयपुर जाए और वह जंतर मंतर के दर्शन ना करें आज तक ऐसा तथ्य आप लोगों ने अपनी लाइफ में कम ही सुना होगा और वाकई में जयपुर का जंतर मंतर इतना आकर्षक है कि कोई उसे देखे बिना रह भी नहीं सकता ,
दरअसल जयपुर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जंतर मंतर केवल देश के ही नहीं अपितु विदेशी पर्यटकों का भी खूब मन मोहित करती आ रही है सवाई जयसिंह द्वारा सन 1728 से 1734 के मध्य अपनी निजी देखरेख में इसकी स्थापना की थी जयपुर में राज महल और चंद्र महल से जुड़ी एक आश्चर्यजनक उपलब्धि के तौर से भी इसे देखा जा सकता है जिसका निर्माण समय और अंतरिक्ष के बारे में गहन अध्ययन करने के लिए किया गया था सवाई जयसिंह ने पूरे भारत में 5 जंतर मंतर का निर्माण किया था जिनमें जयपुर का जंतर मंतर सबसे यूनिक तथा सबसे बड़ा है यदि आप यहां के दर्शन करते हैं तो आपको एक बात बता दें कि आपको यहां दुनिया की सबसे बड़ी पत्थर की सूर्य घड़ी देखने को मिलेगी जिससे व्रत सम्राट यंत्र कहते हैं यह उपकरण लोकल समय को दर्शाता है इसकी ऊंचाई 27 मीटर है जो कि विश्व की सबसे बड़ी पत्थर की सूर्य घड़ी हैं यदि आप यहां के दर्शन करना चाहते हैं इसकी एंट्री फीस भी बता देते हैं दरअसल जंतर मंतर की एंट्री फीस भारतीय नागरिकों के लिए ₹50 तथा विद्यार्थियों के लिए वही टिकट 15 रू में प्राप्त किया जा सकता है जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए ₹200 तथा विदेशी विद्यार्थियों के लिए ₹100 टिकट शुल्क रखा गया है इसका खुलने का समय सुबह 9:00 बजे से शाम के 5:00 बजे तक यह खुला रहता है आप इस समय के मध्य कभी भी जंतर-मंतर के दर्शन कर सकते हैं
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मेहरानगढ़ दुर्ग – जब कभी भी बात राजस्थान में घूमने की जगह की आती है तो जोधपुर के मेहरानगढ़ किला का नाम भी सर्वश्रेष्ठ श्रेणी में आता है सूर्य नगरी यानी कि जोधपुर एक ऐसा शहर है जिसमें देखने लायक कही दृश्य हैं जिन्हें बार-बार देखने का मन करता रहता है और उनमें सबसे पहले मेहरानगढ़ किले का ही नाम आता है जोधपुर से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मेहरानगढ़ किला केवल देश का ही नहीं विदेशों से आने वाले हैं लोगो का भी पर्यटक स्थल बना हुआ है मेहरानगढ़ किला की स्थापना सन 1400 ईस्वी में की गई थी इस किले का निर्माण 120 मीटर ऊंचाई की चोटी पर किया गया है यह किला केवल बॉलीवुड के लिए ही नहीं अपितु हॉलीवुड के लिए भी प्रसिद्ध है इसमें एक्ट्रेस लिज हर्ले ने 2007 में इसी किले में शादी की थी इस किले के एक भाग को संग्रहालय में बदल दिया गया है जहां शाही पालकियां का एक बड़ा संग्रह हैं इसके अतिरिक्त यह आपको मोती महल फूल महल , शीशा महल के अलावा चार आकर्षक कमरे में दिखाई देंगे जिनमें मोतीमहल कमरा इन सभी कमरों से पड़ा है इस दिन के बारे में यह भी बताया जाता है कि जो सन 1965 में भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ था तो सबसे पहले मेहरानगढ़ किला को ही निशाना बनाया गया था यदि आप जोधपुर आए हैं तो आपको यहां के दर्शन जरूर करनी चाहिए
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पिछोला झील – उदयपुर के पश्चिम में स्थित पिछोला गांव के निकट पिछोला झील उदयपुर का सबसे प्रसिद्ध झील है इस झील का निर्माण छीतर मल बंजारे ने 16 वीं शताब्दी में की गई इस झील में आपको दो दीप देखने को मिलेंगे और इन दोनों दीपो में महल बने हुए हैं यदि आप लोग उदयपुर आए हैं तो आपको पिछोला झील के दर्शन जरूर करने चाहिए प्राकृतिक सुंदरता लिए यह झील केवल देश के ही नहीं अपितु विदेशों से आए पर्यटकों को भी खूब मनो हित करती है यदि आपको फोटोग्राफी का शौक है तो आप निशुल्क रुपए में यहां के फोटो कैप्चर कर सकते हैं यदि आप इस झील के दर्शन करना चाहते हैं तो आप वर्ष के किसी भी महीने में यहां आ सकते हैं क्योंकि इस शहर में पूरे वर्ष भर में मौसम सामान्य बना रहता है जिसके कारण आप यहां के दर्शन किसी भी समय कर सकते हैं|
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केसे पहुंचे राजस्थान
यदि आप राजस्थान आना चाहते है तो यहां आने के लिए आपके सभी साधन मिल जायेगे ,रोड की पूरी कनेक्टविटी होने के कारण आप देश के किसी भी कोने से यहां आसानी से पहुंच सकते है, साथ ही भारतीय रेल सेवा भी यहां पे पूरी तरीके से जुड़ी हुई है और वायु मार्ग की बात करें तो यहां आप फ्लाईट के जरिए भी पहुंच सकते है
सड़क मार्ग- सड़क मार्ग की बात करें तो राजस्थान मुंबई से यह 1114 किलोमीटर तथा वहीं यहां देहरादून से यह 658 किलोमीटर है उत्तराखण्ड के रामनगर से राजस्थान की दूरी 683 किलोमीटर है और साथ ही गोवा से यह 1692 किलोमीटर की दूरी पर है अब आप के लोकेशन से जो भी शहर नजदीक पड़ता है आप वही से दिल्ली की यात्रा कर सकते है
रेल मार्ग- रेल मार्ग की बात करें तो राजस्थान का नियर रेल स्टेशन उदयपुर रेलवे स्टेशन है जो कि मेन राजस्थान से 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही यह रेल स्टेशन हैदराबाद से 1450 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहीं दूसरी ओर यहां रेलवे स्टेशन देहरादून के रेलवे स्टेशन से राजस्थान की दूरी 511 किलोमीटर पर स्थित है रामनगर रेलवे स्टेशन से दिल्ली की दूरी 500 किलोमीटर है
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