हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग की आज की नहीं पोस्ट में जिसमें हम बात करने वाले हैं मंडी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल के बारे में मंडी हिमाचल प्रदेश का एक जिला है जहां के बारे में आज हम मंडी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल के बारे में बात करने वाले हैं इसी आर्टिकल में हमले में जानेंगे लाहौर और स्पीति के इतिहास के बारे में और मंडी में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय होने के साथ-साथ मंडी का मौसम किस प्रकार से बना रहता है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ना,
ब्यास नदी के किनारे पर बसा हुआ मंडी भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश का एक प्रसिद्ध जिला है जोकि समुद्र तल से 656 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है मंडी जिससे पूर्व में मांडव नगर के नाम से जाना जाता था मुझे आज दुनिया भर में अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक तौर पर प्रसिद्ध तो है ही साथ में यह यहां के पर्यटक स्थलों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है, जिले की कुल सन 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या 26422 है प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण मंडी एक धार्मिक स्थल के लिए भी जाना जाता है रोड की पूरी संपर्क होने के कारण पर्यटक यहां काफी मात्रा में आते हैं जिले में मुख्य रूप से पहाड़ी भाषा के साथ हिंदी भाषा का वार्तालाप के रूप में प्रयोग किया जाता है और राज्य का पारंपरिक खानपान जिले में काफी प्रसिद्ध है समानता है दाल -, रोटी- सब्जी यहां के प्रसिद्ध स्थान पाने में से एक है जिला शिमला से 145 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं जिसके कारण पर्यटक यहां आसानी से पहुंच जाते हैं यदि आप हिमाचल प्रदेश की यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो आपको मंडी के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों की सैर जरूर करनी चाहिए यहां आप न केवल मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं बल्कि आप हिमांचल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक चीजों के बारे में भी जान सकते हैं और विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आप अपनी यात्रा के दौरान कर सकते हैं
मंडी जो है वह भारत के हिमाचल प्रदेश का एक जिला होने के कारण चारों तरफ से यह पहाड़ों से ढका हुआ है जिसके चलते यहां का मौसम काफी सामान्य बना रहता है वर्ष के 12 महीनों में से यहां पर 3 महीने गर्मी पड़ती है और 9 महीने ठंड का मौसम रहता है वर्ष का मई से लेकर जुलाई तक का महीना सबसे गर्म वहां होता है इसके बीच यहां का तापमान लगभग 25 डिग्री से 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहता है वही बात की जाए सर्दियों के मौसम की तो यहां पर अक्टूबर से लेकर फरवरी तक मौसम ठंडा बना रहता है इसके बीच आपको यहां पर बर्फ भी देखने को मिल जाती है कभी-कभी तो यहां का तापमान माइनस डिग्री में भी चला जाता है जिसके कारण यहां के लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है मानसून की बात की जाए तो जुलाई से सितंबर के बीच मानसून प्रवेश कर जाती है इस बीच यहां पर काफी बारिश देखने को मिल जाती है
- जिभी वाटरफॉल
- ताशी जोंग बौद्ध मठ
- पराशर मंदिर
- जिभी एडवेंचर
- मनरेगा पार्क
- शिकारी देवी अभ्यारण
- भूतनाथ मंदिर
जिभी वाटरफॉल – चारों तरफ पहाड़ और पहाड़ों के बीच में बहता एक खूबसूरत झरना मंडी के प्राकृतिक सुंदरता का एक अद्भुत नजारा प्रस्तुत करता है जिभी वाटरफॉल उन्हीं लोगों में से एक हैं जहां पर पर्यटक प्राकृतिक सुंदरता के साथ वाटरफॉल देखने आया करते हैं राज्य की राजधानी शिमला से यहां 161 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं मात्र 6 घंटे का सफर करने के बाद आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं, दरअसल यह झील जिभि गांव के निकट स्थित होने के कारण इसे जिभी वाटरफॉल के नाम से जाना जाता है ऊंचाई से गिरता हुआ पानी और नीचे जाकर एक नदी का रूप धारण करती बेहद खूबसूरत यह गाड़ी अपने आप में एक जादुई झील है जहां पर्यटक ना चाहते हुए भी पहुंच जाते हैं मंत्रमुग्ध कर देने वाले चारों तरफ का वातावरण और ठंडी हवाओं के साथ पेड़ो को चीरती हुई सूरज की रोशनी इसकी खूबसूरती पर चार चांद लगा देते हैं ठंडे पानी के झरने के नीचे नहाने का एक अलग ही मजा आप इस जगह आकर ले सकते हैं,
ताशी जोंग बौद्ध मठ – ताशी जोंग बौद्ध मठ मंडी में मौजूद प्रसिद्ध बौद्ध मठों में से एक है यह अपने ऐतिहासिक महत्व के साथ साथ अपनी नक्काशीदार डिजाइन के लिए भी काफी प्रसिद्ध है तारागढ़ से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ताशी जोंग बौद्ध मठ ड्रुगपा काग्यू परंपरा का एक घर है वैसे तो यह एक बौद्ध मठ है लेकिन की खूबसूरत बनावट से एक पर्यटक स्थल बनाती है इस पर लकड़ी पर की गई नक्काशी का डिजाइन पर्यटकों को खूब भाती है और इस पर चढ़ा सोने का पानी इसकी खूबसूरती पर चार चांद लगाती हैं शायद यही कारण है कि यहां पर हजारों की संख्या में पर्यटक आया करते हैं यदि आप मंडी की यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो आपको इस स्थान पर जरूर आना चाहिए, शिमला से इसकी दूरी लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर है आप यहां आसानी से सड़क मार्ग के जरिए पहुंच सकते हैं,
जिभी एडवेंचर – एडवेंचर का शौक रखने वाले पर्यटकों के लिए जिभी एडवेंचर एक अच्छा गंतव्य होने वाला है सुरम्य पगडंडियों के साथ पहाड़ियों में एक प्यारा ट्रैक और अपने दोस्तों के साथ की गई मस्ती इस जगह की सबसे अच्छी खासियत मैं से एक है यदि आप ट्रेकिंग के साथ-साथ स्नोफॉल और बर्फ से ढके पहाड़ों को एक खूबसूरत जो देखना चाहते हैं तो आपको जिभी एडवेंचर दिसंबर से फरवरी के मध्य यात्रा करनी चाहिए वैसे तो यह जगह परिचय का मोहताज नहीं है लेकिन आपको बता दें हजारों की संख्या में आने वाले पर्यटक यहां के यादगार पलों को कैमरे में कैद करना बिल्कुल भी नहीं मिलते हैं यहां कर अपने केवल एडवेंचर कर सकते हैं बल्कि यदि आप अपने दोस्तों के साथ आओ तो पहाड़ों के खूबसूरत दृश्यों के साथ कैंपिंग करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है यहां पर बर्फ आपको देखने को मिल सकती है इसलिए आप जब कभी भी जाकर यात्रा करो तो आप गर्म कपड़े अपने साथ जरूर रखें क्योंकि गर्मियों के समय में भी यहां का मौसम काफी ठंडा रहता है आसपास आपको रहने के लिए काफी अच्छे होटल भी मिल जाते हैं,
मनरेगा पार्क – मंडी जिले में मौजूद मनरेगा पार्क भी एक खूबसूरती के लिए लिहाजे से किसी पर्यटक स्थल से कम नहीं है यदि आप किसी ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां आप शांति से बात करें प्राकृतिक सौंदर्य तथा आनंद लेना चाहते हैं तो मनरेगा पार्क उन सभी जगह में एक हैं जहां आप आराम से बैठ कर शांति महसूस कर सकते हैं यहां पर बिताए गए शांति के कुछ पल आपको काफी अच्छा अनुभव देंगे, पार्क का निर्माण को किस तरीके से किया गया है कि जब भी कोई व्यक्ति इस पार्क में आता है तो वह सबसे पहले पार्क के चारों तरफ घूम कर पार्क की सजावट और बनावट के बारे में अच्छे से जानता है, लोगों की सुविधा के लिए यहां पर कई तरह के बेंच बनाए गए हैं जहां पर बैठकर यहां आए लोग आराम से रह सकते हैं साथ ही शारीरिक गतिविधियां और एक्सरसाइज करने के लिए यहां पर विभिन्न प्रकार के समान बनाया गए हैं
शिकारी देवी अभ्यारण – प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीव प्रेमियों के लिए यदि कोई अच्छी जगह है तो शिकारी देवी अभ्यारण उन सभी लोगों में से एक है जहां पर आप प्रकृति की बिल्कुल समीप होकर वन्यजीवो के दर्शन कर सकते हैं राज्य की राजधानी शिमला से यहां 172 किलोमीटर की दूरी तय करने पर स्थित है जिससे मात्र कार के द्वारा 7 घंटे में कंपनी किया जा सकता है सन 1962 में भारत सरकार द्वारा विषय मान्यता प्राप्त हुई और उसके बाद एक पर्यटकों के लिए एक पर्यटक स्थल बना हुआ है जहां आप वन्यजीवों के विलुप्त प्रजातियों को भी देख सकते हैं इस जगह आने का सबसे अच्छा मजा तब आता है जब आप अपने दोस्तों के साथ इस जगह की यात्रा करते हैं चारों तरफ आपको पहाड़ दिखाई देते हैं जो कि पूरे तरीके से बर्फ से ढके हुए होते हैं और हिमालय की तलहटी में बसा शिकारी देवी अभ्यारण मैं आपको मोनाल, काला भालू, हिरण, कस्तूरी मृग, बिल्ली तेंदुआ, और बहुत से ऐसी प्रकार के जानवर दिखाई देते हैं जो कि हिमालय के आसपास होते हैं,
भूतनाथ मंदिर – हिमाचल के मंडी जिले में स्थित भूतनाथ मंदिर 1520 के दशक आध्यात्मिक धार्मिक स्थान है वैसे नाम से पता चलता है कि वह भूतों वाली जगह होगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं है दर्शन यह मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है पर्यटकों का यह एक लोकप्रिय मंदिर हैं जहां पर्यटक मंदिर में दर्शन करने और इसकी खूबसूरती को देखने आया करते हैं मंदिर के बारे में बताया जाता है कि मंदिर का निर्माण राजा माधव द्वारा किया गया था वैसे तो इस मंदिर में पर्यटकों की काफी भीड़ रहती है लेकिन खासतौर पर शिवरात्रि के दिन यहां पर काफी भीड़ देखने को मिल जाती हैं यह वह दिन होता है जब सुबह से लेकर शाम तक भक्तों का आना जाना लगा रहता है यदि आप मंडी में आओ तो आप भगवान शिव जी के दर्शन करने भूतनाथ मंदिर में जरूर आना और इसके आसपास की प्राकृतिक सुंदरता और मंदिर की बनावट और श्रुति को महसूस जरूर करना,
दोस्तों मंडी की यात्रा के उपरांत आपके यहां के दार्शनिक स्थलों की सैर करने के बावजूद भी हम आपको कुछ ऐसे कीजिए बता रहे हैं जिन्हें अपनी यात्रा के दौरान कर सकते हैं और हो सकता है यह चीजें करने में भी काफी सस्ती और सरल भी हो
- बाइक सवार
- कैंपिंग
- क्लाइंबिंग
- एडवेंचर
- स्नो स्पोर्ट्स
- पैराग्लाइडिंग
- घुड़सवारी
- वोटिंग
दोस्तों अभी तक हम मंडी के बारे में जान चुके हैं और वहां के पर्यटक स्थल के बारे में भी जान चुके हैं अब हम यह भी देखेंगे कि यदि हम मंडी में घूमने के लिए जाते हैं तो वहां घूमने का सबसे अच्छा समय कौन-सा होगा , यात्रा का जो सबसे अच्छा समय माना जाता है वह होता है जब सभी लोगों की छुट्टियां होती है यानी कि यदि आप अपने दोस्तों के साथ आना चाहते हैं या परिवार के साथ तो छुट्टियां हो ना जरूरी है चाहे वह स्कूल से हो या नौकरी और बिजनेस से, छुट्टियां प्लान करने के बावजूद यदि बात की जाए सबसे अच्छे समय की तो मंडी में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है सितंबर से फरवरी के बीच दोस्तों यह वह समय होता है जब यहां आपको ठंडा मौसम मिलेगा यदि आपको बर्फ देखनी है तो आप दिसंबर जनवरी में जाकर यात्रा कर सकते हैं और यदि आपको यहां के पर्यटक स्थलों का आनंद अच्छे मौसम में खुल कर लेना है तो आप यहां सितंबर के बाद कभी भी आ सकते हैं,
दोस्तों यात्रा के दौरान आपको मंडी में कुछ दिन रुकना पड़ सकता है इसलिए हम आपकी सुविधा के लिए कुछ ऐसे होटल बता रहे हैं जो आपके बजट में हो सकते हैं और इन्हें आप ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं उनमें मैं आपको सभी प्रकार की सुविधाएं मिल जाएगी,
- शर्मा होम स्टे
- होटल अमित
- होटल हिमालय
- होटल सी रॉक
- होटल कम्फर्ट स्टे
- दा तरा बिल्ला होटल
- होटल ध्रुव
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