हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई पोस्ट ने जिस में हम बात करेंगे दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों के बारे में,
दिल्ली भारत का एक राज्य होने के साथ-साथ देश की राजधानी के लिए भी प्रसिद्ध है यहां की जिंदगी जीतनी आसान अनमोल और खास दिखती है ठीक उससे भी अधिक अनमोल और खास यहां के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल होते हैं यमुना नदी के किनारे पर स्थित दिल्ली 143 किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है जनसंख्या की दृष्टि से देखें तो देश का दूसरा सबसे बड़ा महानगर के रूप में भी जाना जाता है लेकिन राजधानी होने के कारण राज्य में मुख्य रूप से हिंदी भाषा का प्रचुर मात्रा में प्रयोग किया जाता है पंजाबी , बंगाली,के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा का प्रयोग भी आपको यहां देखने को मिलेगा, यदि दिल्ली के इतिहास की बात की जाए तो दिल्ली भारत का प्राचीन नगर है इसकी इतिहास की शुरुआत सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है दिल्ली से सटे हरियाणा के आसपास के क्षेत्रों में हुई खुदाई से इस बात के सत्य होने के प्रमाण मिले हैं कि दिल्ली का नाम महाभारत काल में इंद्रपरस्थ था तो फिलहाल हम दिल्ली के इतिहास के बारे में तो थोड़ा बहुत जान ही चुके हैं तो चलिए अब बात कर लेते हैं दिल्ली के दर्शनीय स्थलों के बारे में,
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Image Source By – Shalender |
दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल
लाल किला – यमुना नदी के किनारे पर स्थित लाल किला केवल देश के ही नहीं बल्कि विदेशों से आए पर्यटकों को भी मनोनीत करती हैं इसका निर्माण लाल बलुआ पत्थर से किया गया है शायद इस कारण इसके दीवारों का रंग लाल होने के कारण इसे लाल किला का नाम रखा गया, लाल किला 12 वीं सदी में राजा पृथ्वीराज चौहान के लाल कोट की राजधानी हुआ करती थी लेकिन इसका निर्माण शाहजहा ने करवाया था यदि लाल किल्ले को घूमने की दृष्टि से देखे तो आपको इसके अंदर दीवान ए आम, रंग महल, दीवान ए खास, हीरा महल , शाही बुर्ज , के साथ-साथ यहां आपको नौबत खाना और हमाम जैसे आकर्षित इमारतें देखने को मिलेंगे जिसके साथ – साथ यहां फोटोग्राफी का आनंद भी बिल्कुल मुफ्त में ले सकते हैं लाल किले के निर्माण मैं 10 साल का वक्त लगा, इसका निर्माण सन 1636 से 1639 के बीच हुआ था और जब इसका निर्माण किया गया था उस समय में इस किले का नाम किला ए मुबारक रखा गया था यदि आप लाल किले की सैर करना चाहते हैं तो आप वर्ष के किसी भी महीने में यहां आ सकते हैं लेकिन जून–जुलाई में अभी गर्मी पड़ने के कारण आप चाहे तो नवंबर और दिसंबर में यहां आ सकते हैं यदि यहां पहुंचने की बात करें तो बस से पूरी कनेक्टिविटी होने के कारण आप दिल्ली के किसी भी कोने से यहां आ सकते हैं साथ ही मेट्रो की बात करें तो पीली लाइन के चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन इसका सबसे करीबी स्टेशन रहेगा, जहां से आप पैदल भी लाल किले के दर्शन कर सकते हैं
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इंडिया गेट – दिल्ली के दर्शनीय स्थलों में दिल्ली की जान माने वाली जगह है यानी कि इंडिया गेट भी कम प्रसिद्ध नहीं है इंडिया गेट ऑल इंडिया वॉर मेमोरियल के नाम से भी जाना जाता है यह नई दिल्ली के राजपथ पर स्थित हैं जिसकी ऊंचाई लगभग 73 मीटर की आस पास मानी जाती है सन 1971 ईस्वी में इसे बनाया गया था और इसका डिजाइन सर एडवर्ड लुटियंस ने तैयार किया था इसे मुख्य रूप से प्रथम विश्वयुद्ध में शहीद हुए 70000 सैनिकों की स्मृति में किया गया था इंडिया गेट में आपको देखने के लिए बहुत सी चीजें मिल जाएगी जैसे इंडिया गेट के बेस पर एक अमर जवान ज्योति है इसका निर्माण भारत के स्वतंत्र होने के बाद किया गया था इस अमर जवान ज्योति की खासियत यह है कि यह दीप रूपी ज्वाला सदैव जलती रहती हैं इसके आसपास आपको हरे-भरे मैदान और उसके बीच स्थित एक बोट क्लब भी दिखाई देगा जो इंडिया गेट जाने वाले पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती हैं और यदि आप शाम के समय इंडिया गेट का दृश्य देखना चाहते हैं तो मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आपको यह जगह बहुत पसंद आएगी शाम के समय सूरज के ढलते ही यहां पर चारों तरफ से अलग-अलग प्रकार की लाइटों के सुंदर दृश्य जो आपको देखने को मिलेगा वह वाकई में निशब्द होगा, इंडिया गेट में हर वर्ष 26 जनवरी को यानी कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड भी की जाती है जहां आपको देश की रंगीन और विभिन्न सांस्कृतिक विरासत की झलक भी दिखाई देती है जिसमें आपको देश के राज्यों की संस्कृति को समझने देखने का मौका भी मिलेगा ,
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कमल महल – दिल्ली के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थानों की सूची में कमल मंदिर का नाम भी कम प्रसिद्ध नहीं है दरअसल दिल्ली में नेहरू प्लेस के पास स्थित एक बहाई उपासना स्थल जोकि सुंदरता की दृष्टि से बहुत सुंदर दिखाई देता है इस कमल मंदिर मैं ना तो कोई मूर्ति है और ना ही कोई मंदिर जिसे देखे इसे मंदिर के नाम की संज्ञा दे सकें लेकिन फिर भी यह स्थान केवल देश की ही नहीं अपितु विदेशों से आए पर्यटकों का भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है इस कमल मंदिर में आपको विभिन्न धर्मों से संबंधित विभिन्न प्रकार के पवित्र लेख देखने को मिलेंगे कमल मंदिर का उद्घाटन 24 दिसंबर 1986 को किया गया था लेकिन आम जनता के लिए यह मंदिर 1 जनवरी 1949 को ही खोला गया था कमल के फूल की तरह डिजाइन होने के कारण इसे कमल मंदिर के नाम की संज्ञा दी गई, यहां आपको विस्तृत घास के मैदान सफेद विशाल भवन , ऊंचे गुंबद वाला प्रार्थना घर दिखाई देंगे जो अपने आप में एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है यह गर्मियों में 9:00 से 4:00 के बीच खुला रहता है साथ ही यह सर्दियों में 9:00 से 5:00 बजे तक खुला रहता है आप इस समय के मध्य किसी भी टाइम यहां के दर्शन कर सकते हैं यदि आप यहां आना चाहते हैं इसका नियरेस्ट मेट्रो स्टेशन कालकाजी मंदिर है आप वहां से पैदल या किसी अन्य साधन के माध्यम से भी पहुंच सकते हैं
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Image Source By – Rich |
क़ुतुब मीनार – दिल्ली के दर्शनीय स्थलों की सूची में कुतुबमीनार भी अपनी एक अलग पहचान बनाई बैठा है कुतुब मीनार दिल्ली शहर के महरौली बाग में स्थित ईटो से निर्मित देश की ही नहीं अपितु विश्व की सबसे ऊंची मीनार है जिसकी ऊंचाई 72.5 मीटर है यानी कि लगभग 237 फीट की आस पास की ऊंचाई है इसमें लगभग 379 सीढ़ियों का प्रयोग किया गया है यहां आपको भारतीय संस्कृति से संबंधित कई प्रकार के उत्कृष्ट नमूने देखने को मिलेंगे इसका निर्माण दिल्ली के प्रथम मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक में अपने इस्लाम धर्म के प्रचार प्रसार के लिए 1200 ईसवी को की थी , यदि कुतुब मीनार के आंतरिक सौंदर्य की बात की जाए तो आपको इसके अंदर लोहा स्तंभ , कुवत उल इस्लाम मस्जिद , अलाई दरवाजा, अलाई मीनार और एंडरसन का सन डायल के साथ-साथ आपको यहां अलाउद्दीन का मदरसा आदि विशेष प्रकार की आकर्षित चीजें देखने को मिलेगी, कुतुब मीनार के बारे में बताया जाता है कि फिल्म स्टार देव आनंद जी ने अपनी फिल्म की गाने की शूटिंग यहां पर करना चाहते थे लेकिन कुतुब मीनार के छोटे रास्ते के कारण इस जगह कैमरे की सेटिंग नहीं हो पा रही थी जिस कारण बाद में शूटिंग दूसरी जगह होनी तय हो गई थी यदि आप भी कुतुब मीनार के दर्शन करना चाहते हैं तो यह सुबह 6:00 बजे से शाम के 6:00 बजे तक खुला रहता है साथ ही यहां पर प्रवेश के लिए ₹30 तथा विदेश से आए लोगों के लिए ₹500 शुल्क लिया जाता है दिल्ली के किसी भी कोने से रोडवेज के माध्यम से यहां तक पहुंच सकते हैं और साथ ही इसका नियर मेट्रो स्टेशन कुतुब मीनार ही है यहां से आप कोई भी रिक्शा लेकर यहां आसानी से पहुंच सकते हैं
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Image Source By – Needpix |
अक्षरधाम – दिल्ली के दर्शनीय स्थानों की सूची में अक्षरधाम मंदिर का नाम भी कम प्रसिद्ध नहीं है इंडिया गेट से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अक्षरधाम मंदिर केवल हिंदुओं की ही नहीं अपितु सभी धर्मों का प्रसिद्ध स्थल है शायद इसी कारण से यहां पर लाखों की संख्या में दिन-प्रतिदिन भीड़ एकत्रित होती हैं यह केवल देश के ही नहीं बल्कि विदेशों से आए पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है 100 एकड़ भूमि में फैला अक्षरधाम मंदिर का निर्माण ज्योतिधर भगवान स्वामीनारायण की पुण्य स्मृति में बनाया गया है यह दुनिया का सबसे विशाल मंदिर होने के कारण इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है अक्षरधाम मंदिर की विशेषता है कि इस मंदिर के 10 द्वार है जो कि दसों दिशाओं के प्रतीक माने जाते हैं जो कि वैदिक शुभकामनाओं के प्रतिबिंबित माने जाते हैं,
यदि अक्षरधाम मंदिर को घूमने की दृष्टि से देखें तो यहां आपको मंदिर , विशाल फिल्मी स्क्रीन , हॉल ऑफ वैल्यू , म्यूजिकल फाउंटेंस , बोट राइड के साथ-साथ गार्डन ऑफ इंडिया सहजानंद वाटर शो आदि आदि आकर्षित चीजें देखने को मिलेंगे अगर इसमें प्रवेश शुल्क की बात करें तो प्रवेश के लिए अलग-अलग शुल्क चार्ज किया जाता है साथ ही मंदिर में अंदर जाने के लिए कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं जिसमें प्रवेश के लिए ड्रेस कोड निर्धारित किया गया है आपकी कपड़े गंदे और घुटने तक लिखे होने चाहिए यदि आपके पास ऐसे वस्त्र नहीं है तो आप मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते अपितु आप वहां से किराए में ड्रेस कोड भी खरीद सकते हैं जिसे पहनकर आप मंदिर में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं
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केसे पहुंचे दिल्ली
यदि आप दिल्ली आना चाहते है तो यहां आने के लिए आपके सभी साधन मिल जायेगे ,रोड की पूरी कनेक्टविटी होने के कारण आप देश के किसी भी कोने से यहां आसानी से पहुंच सकते है, साथ ही भारतीय रेल सेवा भी यहां पे पूरी तरीके से जुड़ी हुई है और वायु मार्ग की बात करें तो यहां आप फ्लाईट के जरिए भी पहुंच सकते है
सड़क मार्ग- सड़क मार्ग की बात करें तो दिल्ली मुंबई से यह 1449 किलोमीटर तथा वहीं यहां देहरादून से यह 260 किलोमीटर है उत्तराखण्ड के रामनगर से दिल्ली की दूरी 265 किलोमीटर है और साथ ही गोवा से यह 1972 किलोमीटर की दूरी पर है अब आप के लोकेशन से जो भी शहर नजदीक पड़ता है आप वही से दिल्ली की यात्रा कर सकते है
रेल मार्ग- रेल मार्ग की बात करें तो दिल्ली का नियर रेल स्टेशन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है जो कि मेन दिल्ली से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही यह रेल स्टेशन हैदराबाद से 1565 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहीं दूसरी ओर यहां रेलवे स्टेशन देहरादून के रेलवे स्टेशन से दिल्ली की दूरी 251 किलोमीटर पर स्थित है रामनगर रेलवे स्टेशन से दिल्ली की दूरी 257 किलोमीटर है
वायु मार्ग – वायु मार्ग की बात करें तो दिल्ली का नियर एयरपोर्ट इंद्रा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट ( IGI ) है जो कि दिल्ली इंडिया गेट से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है साथ ही यह से सभी प्रकार की घरेलू उड़ाने नियमित रूप से चलती रहती हैं.
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