हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई पोस्ट में, जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते ही हैं कि हमारे ब्लॉग पर आपको हर हफ्ते एक नई पोस्ट महत्वपूर्ण जानकारी के साथ साझा मिलती हैं जो हमारे नियमित पाठक हैं उन्हें उन्हें पता होगा कि महीने में दो लेख यात्रा प्लानिंग के लिए मिलते हैं और उसी कि श्रेणी में आज हम लाए हैं आपके लिए बारपेटा की दार्शनिक स्थलों के बारे में जानकारी वैसे तो बारपेटा में घूमने के लिए बहुत सारे जगह हैं लेकिन आज की पोस्ट में हम बात करेंगे कुछ ऐसी जगहों के बारे में जहां के बारे में बहुत कम लोगों को पता है और उस जगह को एक्सप्लोर करके आप अपनी एक खूबसूरत यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं तो चलिए शुरू करते हैं आज का लेख आशा करते हैं कि आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आएगी इसलिए इसे लास्ट तक पढ़ना बिल्कुल भी ना भूले,
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प्रकृति की खूबसूरत वादियों के बीच में बसा दारांग भारत के असम राज्य का एक जिला है जो की यहां के प्रसिद्ध दार्शनिक स्थलों के लिए जाना जाता है बताया जाता है कि बारपेटा के पुराने उपखंड को परिवर्तित करके सन 1505 ईस्वी में बारां जिले की स्थापना की गई थी भौगोलिक स्थिति की बात की जाए तो जिले का कुल क्षेत्रफल 3,245 किलोमीटर है शुद्ध ताजी आबोहवा इसे और अधिक खूबसूरत बनाती है पहाड़ों की रोमांस भरे रास्ते और सुंदर यहां के मनोरम दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है लोगों का भोलापन और अपनापन का एहसास यहां के स्थानीय लोगों में ज्यादा पाई जाती हैं वैसे तो यहां की जनसंख्या काफी अधिक है लेकिन आंकड़ों की बात करें तो सन 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की कुल जनसंख्या 1,439,806 है वही यात्रा के दौरान आपको एक और बात का पता होना चाहिए कि असम में असमिया भाषा के अलावा बंगाली भाषा भी बोली जाती है इसलिए बारपेटा कि लोग भी असमिया भाषा का प्रयोग अधिक किया करते हैं लेकिन हिंदी भाषा का प्रयोग भी शहरी और बाजार क्षेत्र में की जाती है एक कृषि प्रधान जिला होने के कारण दारांग का मुख्य व्यवसाय कृषि हैं कृषि पर ही अधिकांश जनसंख्या निर्भर है और अपना जीवन यापन कर रही है
- बरपेटा सत्र
- मानस राष्ट्रीय उद्यान
- बेकी नदी
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मानस राष्ट्रीय उद्यान – बारपेटा के दार्शनिक स्थलों की सूची में मानस राष्ट्रीय उद्यान का नाम भी अपने आप में एक अलग स्थान रखता है प्रकृति की खूबसूरत वादियां और आश्रम की जाने वाली मानस राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया है यहां आपको जंगली जानवरों की विलुप्त प्रजातियां एवं पेड़ पौधों की बहुत सारी प्रजातियां देखने को मिल जाती है यदि आप प्रकृति प्रेमी है और आप किसी अच्छी जगह की तलाश में हैं तो बारपेटा की खूबसूरत सी जगह मानस राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए बहुत अच्छी जगह है आप इसे अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल कर सकते हैं
बेकी नदी – बेकी नदी बारपेटा में यात्रा करने वाले पर्यटक के लिए आशा की किरण बिखेरती है ब्रह्मपुत्र नदी के दाहिने किनारे राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित प्रमुख सहायक नदियों में से एक होने के नाते, आपको बता दें कि नदी इस क्षेत्र का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। आप चाहे तो अपनी यात्रा के श्रेणी में बेकी नदी को भी शामिल कर सकते हैं यहां से आपको बेकी नदी का शानदार आकर्षण दृश्य देखने को मिल जाता है जिसे आप अपने कैमरे में कैद करना बिल्कुल भी ना भूले,
दोस्तों बारपेटा मैं यात्रा के दौरान आपको विश्राम के लिए होटल और खाने के लिए एक शुद्ध और स्वादिष्ट खानपान चाहिए होता है सफर का मजा तभी आता है जब वहा के स्थानीय खान पान का आंनद लिया जाए, स्वाद के शौकीन लोगों के लिए बारपेटा का स्थानीय खान पान कही न कही उनके मुंह में पानी लाने वाला है यहां के स्थानीय मसालों द्वारा और पारंपरिक तरीकों से बनाया गया चट पटा खाना आपको यहां दुबारा आने के लिए बेताब करने वाला है जिस तरह हर राज्य के अलग अलग भोजन के व्यंजन होते हैं ठीक उसी प्रकार से बारपेटा के भी अलग अलग भोजन के व्यंजन है जो कि यहां के प्रसिद्ध खानपान की श्रेणी में आते हैं और आपको कहीं ना कहीं ये भोजन के व्यंजन जरूर पसंद आने वाले है मांसाहारी हो या शाकाहारी दोनों तरह के व्यंजन यहां काफी बनाएं जाते है हम आपको बारपेटा के खानपान के कुछ स्वादिष्ट व्यंजन के बारे में बताने वाले हैं जो कि आपको बारपेटा की यात्रा के दौरान मदद करेगी और आप आसानी से किसी भी व्यंजन के स्वाद का आनंद ले सकते हैं
मासोर टेंगा – मासोर टेंगा बारपेटा की सबसे प्रसिद्ध और स्वादिष्ट खानपान में से एक हैं नॉन वेजिटेरियन खाने वाले लोगों के लिए यह एक अच्छी डिश होने वाली है मासोर टेंगा मैं नींबू से बने शोरबा को धीमी आंच में पकाया जाता है जो कि खाने में काफी स्वादिष्ट और चटपटा होता है
पारो मांशो – कबूतर के मांस से बनने वाली यह प्रसिद्ध असमिया डिश लोगों को काफी पसंद आती है खास विधि और स्थानीय मसालों द्वारा बनी यह स्वादिष्ट डिश सर्दियों के समय में ठंड से बचने के लिए अधिक लोगों द्वारा खाया जाता है अपनी चटपटे स्वाद के लिए प्रसिद्ध यह डिश यहां आएं पर्यटकों द्वारा भी काफी पसंद की जाती है
आलू पिटिका – रात के खाने में बारपेटा के लोगों द्वारा सबसे ज्यादा बार खाए जाने वाला रात्रि संस्करण आलू पिटिका है जिसे मैश किए गए आलू की सहायता से बनाया जाता है साधारण सा दिखने वाली यह डिश सरसों के तेल से चोंखा जाता है और दाल चावल के साथ इसे साइड डिश के रूप में प्रयोग किया जाता है इसके स्वाद को बढ़ाने और खूबसूरत दिखने के लिए इसे हरे कटे हुए धनिया से सजाया जाता है
ऊ खट्टा – मुंह के स्वाद को शिखर तक पहुंचाने के लिए बारपेटा की चटपटी और मीठी चटनी जिसे ऊ खट्टा के नाम से जाना जाता है यहां की लोकप्रिय खानपान में से एक है समानता है इसे दाल चावल और रोटी सब्जी के साथ खाया जाता है इसका खट्टा मीठा स्वाद लोगों को काफी पसंद आता है
खार – बारपेटा की लोकप्रिय डिश में शामिल खार एक नॉन वेजिटेरियन डिश है जिसे खार और दालें के साथ साथ कच्चा पपीता के मिक्सर से बनाया जाता है जो की इसके स्वाद को और अधिक बढ़ा देता है खास तौर पर इस डिश को चावल के साथ ख़ाना ज्यादा पसंद किया जाता है
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