कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023, kailash mansarovar yatra 2023

हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग के आज की नई लेख में। आज हम आप लोगों के साथ कैलाश मानसरोवर यात्रा के बारे में जानकारी साझा करने वाले हैं। जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत की प्रमुख तीर्थ यात्रा है जो कि हर वर्ष आयोजित की जाती हैं। कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 शुरू होने जा रहे हैं इसलिए हम आपके लिए कैलाश मानसरोवर यात्रा से जुड़े तरह-तरह के सवाल जैसे कि कैलाश मानसरोवर यात्रा पैकेज एवं कैलाश मानसरोवर यात्रा टाइम के अलावा कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 रजिस्ट्रेशन आदि के बारे में जानकारी साझा करने वाले हैं। यदि आप लोग भी कैलाश मानसरोवर यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं तो आपको यह लेख अंत तक जरूर पढ़ना चाहिए ।

कैलाश मानसरोवर अपने पौराणिक इतिहास के साथ-साथ एक धार्मिक यात्रा गंतव्य के लिए जाना जाता है । यह अद्भुत स्थान भगवान शिव जी का निवास स्थान माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के आधार पर बताया जाता है कि इसी के पास कुबेर की नगरी है यहीं से महाविष्णु के कर कमलों से निकलकर गंगा कैलाश पर्वत पर गिरती है। कैलाश मानसरोवर यात्रा में मैं केवल हिंदू धर्म के लोग यात्रा के लिए जाते हैं बल्कि दुनिया के चार मुख्य धर्म हिंदू, जैन, बौद्ध और सिख मुख्य रूप से इस पवित्र यात्रा में शामिल होते हैं।

हर वर्ष लाखों की संख्या में तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर यात्रा की ओर प्रवेश करते हैं । यह पवित्र यात्रा लगभग 20 से 24 दिन की होती है जिसमें देश के कोने-कोने से भक्तगण शामिल होते हैं। इस पवित्र यात्रा के बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि यह स्थान धरती का केंद्र है। यहां से नजदीक है एक और उचित रूप है तो दूसरी और दक्षिणी ध्रुव और इन दोनों ध्रुवों के बीच में स्थित है कैलाश पर्वत।

कैलाश मानसरोवर यात्रा रजिस्ट्रशन 2023

कैलाश मानसरोवर यात्रा का इतिहास. Kailash Mansrovar Yatra Histroy

कैलाश मानसरोवर का इतिहास पौराणिक काल से जुड़ा हुआ है। किवदंती है कि कैलाश मानसरोवर स्थान है जहां पर माता पार्वती स्नान करती थी और मान्यताओं के आधार पर यह भी माना जाता है कि माता पार्वती आज भी वहां पर स्नान करती है। लेकिन वैज्ञानिक आज भी इस बात से परेशान है कि आखिर इस स्थान पर मानसरोवर झील कैसे उत्पन्न हुई। वाराह पुराण में वर्णन है कि कैलाश मानसरोवर प्राचीन काल से ही आर्यों की प्रीतम श्रद्धा रखी है ‌ । महाभारत के 1 पर्व में उत्तराखंड से कैलाश यात्रा का प्रसंग वर्णित है। मैंने तो है कि पांडवों की तीर्थ यात्रा गंगाद्वार से आरंभ हुई थी।

कैलाश पर्वत समुद्र तल से 22068 फीट की ऊंचाई पर स्थित चीन की सीमा में आता है। कैलाश पर्वत का मानसरोवर झील से होने के कारण इसकी धार्मिक महत्व बढ़ जाती है। सरोवर राक्स ताल स्थित है जो कि इस के सौंदर्य को कही गुना बढ़ा देती है।

कैलाश पर्वत से कई पवित्र नदियां अपना रूप धारण करती है जिनमें से मुख्य रूप से ब्रह्मपुत्र एवं सिंधु नदी। पौराणिक कथाओं के आधार पर माना जाता है कि भगवान ऋषभदेव ने निर्वाण यही प्राप्त किया था। मानसरोवर के पास एक कुबेर नगरी स्थित है। जहां से भगवान श्री विष्णु के कर कमलों से गंगा निकलकर कैलाश पर्वत की चोटी पर गिरती है। मैंने तो है कि यहां से भगवान शिव जी उस पवित्र जल को अपनी जटा में भरकर निर्मल धारा के रूप में प्रवाहित करते हैं।

kailash mansarovar yatra 2023. कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि कैलाश मानसरोवर यात्रा हर वर्ष आयोजित की जाती है उसी तरह से कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 की समय अवधि मई एवं सितंबर माह के बीच आयोजित होने वाली है। लेकिन बताना चाहेंगे कि कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 के लिए केवल 18 से 70 वर्ष के बीच आयु वाले लोग हैं यात्रा करने के लिए योग्य होंगे। यात्रा करने से पहले सभी लोगों को अपने हाथ टेस्ट के साथ अन्य टेस्ट भी पास करने होंगे जिसके बाद ही वह सभी लोग कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 के लिए योग्य माने जाएंगे और केवल वही लोग कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 में शामिल हो सकते हैं। यदि आप भी कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 में यात्रा करने की सोच रहे हैं। तो कैलाश मानसरोवर यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप नियमों को पढ़ सकते हैं।

kailash mansarovar yatra time. कैलाश मानसरोवर यात्रा समय।

कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत के प्रसिद्ध यात्राओं में से एक है इसलिए इस यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं। कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 मई महीने से प्रारंभ होने वाली है जो कि लगभग सितंबर माह तक आयोजित होगी। यानी कि kailash mansarovar yatra time लगभग 5 महीने की यह कैलाश मानसरोवर यात्रा रहने वाली है। इन 5 महीनों के मध्य आप कभी भी कैलाश मानसरोवर यात्रा कर सकते हैं। कैलाश मानसरोवर यात्रा करने में जो समय लगता है वह अधिक से अधिक 15 से 20 दिन लगते हैं इसलिए आप अपनी योजना के हिसाब से 20 दिन मान सकते हैं। कैलाश मानसरोवर यात्रा का सबसे अच्छा समय जून महा माना जाता है क्योंकि इस बीच देश के अन्य शहरों में काफी गर्मी होती है इससे ज्यादा पानी के लिए आप पहाड़ की ओर यात्रा कर सकते हैं। लेकिन यात्रा के कुछ महीने पहले से ही आप अपने स्वास्थ्य की जांच करा कर तैयारियां शुरू कर दे।

कैलाश मानसरोवर यात्रा रजिस्ट्रशन 2023

कैलाश मानसरोवर यात्रा रजिस्ट्रशन 2023.Kailash Mansarovar Yatra 2023 registration

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 रजिस्ट्रेशन अभी शुरू नहीं हुए हैं जैसे ही जैसे ही यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से यात्रा के रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी साझा की जाती है। हम अपने पाठकों को इसी लेख के माध्यम से अवगत कराएंगे। इसलिए आपको चिंता करने की कोई भी जरूरत नहीं। लेकिन हम आपको सुझाव देना चाहेंगे जी कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 शुरू करने से पहले आप यात्रा की गाइडलाइन को जरूर पढ़ ले जिसके अनुसार आप अपने हेल्थ को फिट रख कर यात्रा कर सकते हैं। हम आपको अपने अगले लेख के माध्यम से कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 की तैयारी कैसे करें कि बारे में जानकारी साझा करेंगे। इसलिए आप हमारे फेसबुक पेज के साथ भी जुड़ सकते हैं। किसी अन्य जानकारी के लिए आप हमें संपर्क भी कर सकते हैं।

Q – कैलाश मानसरोवर यात्रा खर्च 2023

Ans – दोस्तों कैलाश मानसरोवर यात्रा खर्च 2023 में कितना आ सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है की आप किस माध्यम से यात्रा से करते है। यदि आप बस सेवा के माध्यम से यात्रा का प्लान करते है तो आपका कैलाश मानसरोवर यात्रा खर्च 2023 लगभग 90 हजार तक पहुंच सकता है। यदि आप अपनी यात्रा फ्लाइट के माध्यम से करते है तो यह बढ़ कर 150 हजार से 3 लाख रुपए तक जा सकता है।

Q – कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट

Ans – कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट मुख्य रूप से इसके लिए तीन अलग-अलग राजमार्ग बनायें गए है जिनमे से लिपुलेख दर्रा (उत्तराखंड), नाथू ला दर्रा (सिक्किम) और काठमांडू है। इन तीनों ही रास्तों को कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट के लिए काफी जोखिम भरा माना जाता है। इसमें करीब 25 दिन का समय लगता है।

Q – कैलाश मानसरोवर यात्रा के नियम

Ans – कैलाश मानसरोवर यात्रा के नियम सरकार द्वारा बनायें गए है जिनका पालन करके ही कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 सही पूर्वक की जा सकती है।
1. कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने के लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है।
2. आवेदकों की आयु सीमा 18 से 70 साल के बीच होनी।
3. कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 शुरू होने से पहले सभी दर्शनार्थियों को अपना स्वास्थ्य चेकअप कराना अनिवार्य है

Q – दिल्ली से कैलाश मानसरोवर की दूरी

Ans – दिल्ली से कैलास मानसरोवर की दूरी कोई 900 किलोमीटर है. यह यात्रा 15 हजार फीट की ऊंचाई से लेकर लगभग 19 हजार फीट की ऊंचाई तक जाती है. इस यात्रा में किसी भी प्रकार की बीमा शामिल नहीं होती है।

Q – कैलाश मानसरोवर यात्रा रजिस्ट्रेशन 2023

Ans – कैलाश मानसरोवर यात्रा 2023 रजिस्ट्रेशन अभी शुरू नहीं हुए हैं जैसे ही जैसे ही यात्रा की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से यात्रा के रजिस्ट्रेशन से संबंधित जानकारी साझा की जाती है। हम अपने पाठकों को इसी लेख के माध्यम से अवगत कराएंगे।

Q – कैलाश मानसरोवर यात्रा सब्सिडी

Ans – राजस्थान के स्थायी मूल निवासियों को कैलाश मानसरोवर की यात्रा सफलतापूर्वक सम्पन्न करने वाले श्रद्धालुओं को रुपये 1,00,000/- अनुदान है जबकि तमिलनाडु सरकार की ओर से कैलाश मानसरोवर यात्रा सब्सिडी तमिलनाडु के तहत 50000 रुपये की राशि का प्रावधान है।

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